खास बातें
Durga Ashtami Vrat May 2024: मासिक दुर्गाष्टमी प्रत्येक माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। यह देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना का विशेष दिन माना जाता है। माता की विशेष तरह से पूजा पाठ करने से माता अति प्रसन्न होती है।
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Durga Ashtami Vrat: हिन्दू पंचाग के अनुसार प्रत्येक तिथि को काफी शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसे ही 15 मई को मासिक दुर्गाष्टिमी का पर्व आ रहा है। मासिक दुर्गाष्टमी प्रत्येक माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। यह देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना का विशेष दिन माना जाता है। मान्यता के अनुसार इस दिन माता की कृपा पाने के लिए आपको व्रत एवं पूजा अवश्य ही करनी चाहिए। तो आइए जानते हैं माता की पूजा का व्रत कैसे रखें और व्रत की सही विधि।
दुर्गाष्टमी का महत्व
मासिक दुर्गाष्टमी को नवदुर्गाओं में से एक माना जाता है। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन शक्ति और पराक्रम की माता दुर्गा की पूजा एवं अराधना करने से भक्त जनों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है। माता की कृपा से साधकों के जीवन से कष्ट एवं बाधाएं दूर होती हैं और सुख समृद्धि का आगमन होता है।
मासिक दुर्गाष्टमी व्रत एवं पूजा की विधि
- प्रातः ब्रह्म मुहूर्त उठकर स्नान करें फिर साफ सुथरे कपड़े पहनें।
- अपने स्नान के बाद, दुर्गा माता की प्रतिमा को स्नान कराकर स्वच्छ वस्त्र पहनाएं।
- घर में एक कलश स्थापित करें और उसमें देवी दुर्गा की प्रतिमा रखें।
- सूर्योदय के समय तांबे के लोटे के सूर्य देव को अर्घ्य दें।
- फिर दुर्गा माता की पूजा षोडशोपचार विधि से करें।
- ध्यान रहे कि इस दिन नमक, लहसुन, प्याज तथा तामसिक आहार का सेवन न करें।
- आप माता दुर्गा के भजन एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ भी कर सकते हैं।
- फिर शाम के समय दुर्गा माता की आरती करें।
तो इस प्रकार से आप मासिक दुर्गाष्टमी के दिन व्रत एवं पूजा कर सकते हैं। यह व्रत प्रत्येक माह में आता है और प्रत्येक मासिक दुर्गाष्टमी व्रत का पारण करने से जीवन से समस्त बाधाएं दूर होती हैं।