हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष एकादशी तिथि का प्रारंभ 29 जून दिन गुरुवार को प्रातः 03:18 बजे से हो रहा है, जिसका समापन 30 जून शुक्रवार को प्रातः 02:42 बजे होगा. ऐसे में देवशयनी एकादशी का व्रत 29 जून दिन गुरुवार के दिन रखा जाएगा. इस दिन का व्रत अत्यंत फलदायी होता है और तुलसी पूजन से मिलता है शुभता का आशीर्वाद
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एकादशी पर न करें ये कार्य प्रसन्न होंगी तुलसी माता
एकादशी के दिन शुद्ध चित मन के साथ पूजन करना चाहिए, इस दिन साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. वैसे तो हर दिन साफ-सफाई जरूरी है लेकिन एकादशी के दिन तुलसी के आसपास गंदगी नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा तुलसी के पास चप्पल-जूते रखने से भी बचना चाहिए. ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. तुलसी जी को शृंगार की वस्तुओं से सजाना चाहिए उन पर धूप सुगंध इत्यादि अर्पित करना चाहिए.
हिंदू धर्म में हर घर में तुलसी का होना बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि तुलसी के पौधे में देवी लक्ष्मी का वास होता है. इसके साथ ही इस दिन मां लक्ष्मी निर्जला व्रत भी रखती हैं. इस वजह से देवशयनी एकादशी के दिन तुलसी पर दीपक अवश्य जलाना चाहिए. ऐसे कई उपाय हैं, जिन्हें जरूर करना चाहिए. मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से शुभता का घर में वास होता है, नकारात्मक शक्तियों का अंत होता है.
तुलसी भगवान विष्णु को प्रिय मानी जाती है. इसलिए मां लक्ष्मी भी तुलसी की पूजा करती हैं. कहा जाता है कि एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. यदि तुलसी के पत्तों का प्रयोग करना ही हो तो उनकी दाल पहले ही तोड़कर रख लेनी चाहिए. तुलसी का पूजन करना इस दिन अत्यंत शुभ होता है.
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तुलसी का करें सदैव स्वच्छ रुप से करना चाहिए. तुलसी को बहुत पवित्र माना जाता है. एकादशी के दिन तुलसी की विशेष रूप से पूजा की जाती है.