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Home ›   Blogs Hindi ›   Children's Day: Know the importance of this day on Children's Day and when it started.

Children's Day: बाल दिवस पर जानें इस दिन की महत्ता ओर कब हुआ इसका आरंभ

my jyotish expert Updated 14 Nov 2023 10:01 AM IST
Children's Day
Children's Day - फोटो : google
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भारत में हर साल मनाया जाने वाला बाल दिवस बच्चों का दिन होता है. इस दिन बच्चों के लिए हर ओर कुछ न कुछ स्पेशल होता है. कई तरह से बच्चों के उत्साह एवं उनकी दक्षता को बढ.अने से जुड़े कार्यक्रम होते हैं तो कहीम बच्चों को खुशी देने हेतु कई तरह की अच्छी अच्छी चीजें भी इस दिन पर की जाती हैं. 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है और बाल दिवस हर साल भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर मनाया जाता है.

1959 तक भारत में बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था. संयुक्त राष्ट्र हर साल 20 नवंबर को बाल दिवस मनाता है. लेकिन 1964 में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद यह निर्णय लिया गया कि भारत में बाल दिवस नेहरू जी की जयंती 14 नवंबर को मनाया जाएगा. जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से बहुत प्रेम था और उनके इसी प्रेम को दर्शाने हेतु उन्हें इस दिन बच्चों के साथ जोड़ा गया है.  

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दुनिया भर में बाल दिवस का क्या है रुप 
बाल दिवस की शुरुआत 1857 में अमेरिका के चेल्सी में रेवरेंड डॉ. चार्ल्स लियोनार्ड ने की थी. इसके इतर विश्व स्तर पर बाल दिवस 1 जून को दुनिया के अधिकांश देशों द्वारा मनाया जाता है. लेकिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है.वहीं भारत में इसे 14 नवंबर के दिन मनाते हुए देखा जा सकता है. 

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बालदिवस पर होते हैं देश भर में विशेष कार्यक्रम 
बाल दिवस का रुप विश्व भर में देखने को मिलता है. इस दिन भर में बच्चों के लिए विशेष आयोजनों को भी किया जाता है. बच्चों को स्कूल जाने और इस दिन के उत्सव का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.

स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में, इस दिन को विशेष सभाओं और समारोहों के साथ मनाया जाता है. भागीदारी बढ़ाने और बच्चों को देश के समृद्ध ऐतिहासिक अतीत और इसका हिस्सा रहे प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों से अवगत कराने के लिए सांस्कृतिक गतिविधियाँ, प्रश्नावली, नाटक, प्रतियोगिता आदि जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. 

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किसी भी राष्ट्र की नींव उस के बच्चों से ही जानी जाती है ऎसे में यदि बच्चों प्रसन्नचित्त् होंगे तथा उनका विकास संपूर्ण रुप से होगा तभी बाल शक्ति आने वाले दिनों की मजबूती के रुप में प्रकट होगी. इसी बात को ध्यान में रखते हुए बच्चों के प्रति विशेष सजगता की जरुरत होती है. ऎसे में ये दिन एक अत्यंत ही विशेष समय होता है.
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