खास बातें
Chanakya Niti: जहर से भी ज्यादा घातक होते हैं ये लोग, संभल कर इनकी संगती सेजीवन में कुछ लोग इतने घातक होते हैं जो विष से भी अधिक तेजी से अपना असर छोड़ते हैं. कई बार ये लोग छुपे होते हैं तो कई बार हमारे हितैषी बन कर अहित करते हैम. ऎसे ही लोगों को लेकर सजग रहने को कहती है चाणक्य नीति.
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Chanakya Niti: जहर से भी ज्यादा घातक होते हैं ये लोग, संभल कर इनकी संगती से
जीवन में कुछ लोग इतने घातक होते हैं जो विष से भी अधिक तेजी से अपना असर छोड़ते हैं. कई बार ये लोग छुपे होते हैं तो कई बार हमारे हितैषी बन कर अहित करते हैम. ऎसे ही लोगों को लेकर सजग रहने को कहती है चाणक्य नीति.दर्श अमावस्या पर गया में कराएं पितृ तर्पण,पाएँ पितृदोष एवं ऋण से मुक्ति - 12 दिसंबर 2023
Chanakya Niti-Shastra
चाणक्य को न केवल राजनीति बल्कि समाज के हर विषय का गहरा ज्ञान और अंतर्दृष्टि थी. चाणक्य नीति में कई ऐसी बातें बताई गई हैं जिनका अगर कोई व्यक्ति पालन करता है तो वह कभी निराश नहीं रहता है.आचार्य चाणक्य के अनुसार जीवन में कई तरह की स्थितियां हमारे समक्ष होती हैं जिनसे लड़ पाना संबव होता है लेकिन आपके आसपास ऐसे लोग होते हैं जो शत्रु से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं. इस स्थिति से निपटने के लिए कई बातों को ध्यान में रखना बहुत जरुरी है. आइए जानते हैं कि हमें किन को भूलकर भी अपने पास नहीं रहने देना चाहिए और किससे मदद नहीं मांगनी चाहिए.
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व्यक्ति के स्वार्थ और परमार्थ में समझें अंतर
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि स्वार्थी लोगों से कभी मदद नही मांगनी चाहिए. चाणक्य नीति के अनुसार मनुष्य को जीवन में अपने शत्रुओं के बारे में पता होना चाहिए. हमारे आसपास कुछ लोग ऐसे होते हैं जो दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि स्वार्थ और परमार्थ को जो जान लेता है वहीं जीवन उचित रुप से जी पाता है.
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Chanakya in Daily Life
चाणक्य नीति के अनुसार, नीच लोग कभी आपका भला नहीं करेंगे. ऐसे लोग आपके साथ केवल अपने स्वार्थ के लिए व्यवहार करेंगे. ऐसा व्यक्ति जीवन में अपने फायदे के अलावा कुछ नहीं सोचता. ऐसे लोग अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को कष्ट पहुंचाने से नहीं हिचकिचाते. इसलिए ऐसे लोगों से दूर रहना ही बेहतर है.जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
द्वेष और क्रोध से होगा नाश
आचार्य चाणक्य नीति शास्त्र में कहते हैं को जो लोग लालची और ईर्ष्यालु होते हैं वे दूसरों की उन्नति देखकर जलते हैं. ऐसे लोगों से भूलकर भी मदद नहीं मांगनी चाहिए. ऐसे लोग ईर्ष्या के नशे में आपको बर्बाद करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. ऐसे लोग बाहर तो दिखाएंगे कि वे आपकी मदद कर रहे हैं लेकिन अंदर ही अंदर वे आपका काम बिगाड़ने की कोशिश करेंगे.
जीवन में कभी भी ऐसे लोगों से मदद नहीं मांगनी चाहिए.इसके अलावा क्रोध से भरे रहने वाले लोग कभी हित नहीं कर पाते हैं. ऐसे लोगों से हमेशा दूरी बनाकर रखनी चाहिए. ऐसे लोग अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए हमेशा दूसरों को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसा करने से उन्हें ख़ुशी मिलती है. ऐसे लोगों की दुश्मनी भी ठीक नहीं है.