Chanakya niti
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आचार्य चाणक्य के अनुसार ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं जिसके जीवन में कभी दुख नहीं आता है. वहीं जीवन में कुछ ऐसी घटनाएं होती हैं जिनसे बहुत कुछ सीख मिलती है. लेकिन, चाणक्य के अनुसार जो उन गलतियों से न सिर्फ सीख लेता है बल्कि उसको सुधार भी लेते हैं, उन्हें सफलता भी जल्दी मिलती है. चाणक्य ने अपनी नीतियों में कुछ ऐसी घटनाओं के बारे में बताया है जिससे जीवन में बहुत कुछ सीखा जा सकता है.
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आचार्य चाणक्य के अनुसार जीवन में विफलता मिलना बहुत आवश्यक होता है. माना जाता है कि विफलता के बिना व्यक्ति को सफलता की असल कद्र नहीं पता चलती है. उनके अनुसार
सफलता की पहली सीढ़ी असफलता ही मानी जाती है. इससे आप अपना आकलन करके, अपनी गलतियों को सुधार सकते हैं. इससे आपको सफलता भी जल्द प्राप्त होती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति स्वभाव से अत्यंत सीधा होता है, लोग उनका गलत फायदा उठाते हैं. चाणक्य का कहना था कि सीधे और चिकने पेड़ को काटने में समस्या नहीं आती है, इसलिए कोशिश करें कि
अपने अंदर थोड़ी चतुराई अवश्य रखें. इससे आपको कभी कोई बेवकूफ नहीं बना सकता है.
व्यक्ति अधिकतर काम डर के चलते नहीं करता है. चाणक्य का मानना था कि, भले ही आप किसी काम में एकस्पर्ट न हों लेकिन
नए काम को शुरू करने या रिस्क उठाने में पीछे नहीं रहना चाहिए. रिस्क लेने से दो ही चीजें होती हैं, या तो आप सीखते हैं या आपको उस कार्य में सफलता मिलती है.
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जीवन में कभी भी
किसी की उम्र को देखकर, उसकी काबिलियत नहीं परखना चाहिए. हो सकता है कि आपसे छोटी उम्र का व्यक्ति भी आपके ज्यादा ज्ञानी हो और आपको जीवन से जुड़ी कोई बड़ी सीख दे जाए. दूसरों को कमजोर न समझ कर खुद का आकलन करना चाहिए.