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Budh in Lal Kitab : लाल किताब में बुध ग्रह आपकी कुंडली पर डालता है ऎसे अपना प्रभाव

Myyotish Expert Updated 08 Jun 2024 01:08 PM IST
लाल किताब में बुध ग्रह आपकी कुडली पर डालता है ऎसे प्रभाव
लाल किताब में बुध ग्रह आपकी कुडली पर डालता है ऎसे प्रभाव - फोटो : myjyotish
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Lal Kitab : बुध को लाल किताब में विशेष ग्रह माना जाता है। यह कुंडली में स्थिति और अन्य ग्रहों के प्रभाव अनुसार फल देता है। बुध का हमारे जीवन पर क्या और कैसे प्रभाव पड़ सकता है इसके लिए लाल किताब में बुध की स्थिति को जान लेना जरुरी है. 

Lal Kitab and Mercury : लाल किताब कुंडली में कुल बारह भाव होते हैं जो जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाते हैं।  लाल किताब में ग्रह इन भावों में बुध की स्थिति अनुसार परिणाम मिलते हैं। आइये जान लेते हैं लाल किताब अनुसार क्या कहता है आपका बुध. 


लाल किताब में बुध का प्रभाव


लाल किताब में बुध ग्रह का अपना अलग ही महत्व है।  इसे वाणी, बुद्धि, बहन, परिवार की महिला पक्ष का कारक माना जाता है। जिस जातक की कुंडली में बुध कमजोर होता है, उस के लिए इन कारक तत्वों से संबंधित कमी भी रहती है. बुध अगर लाल किताब में प्रबल होगा तो इन कारक तत्वों की शुभता मिलेगी.

लाल किताब में, बुध कुंडली के सभी भावों को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करता है।  लाल किताब में बुध ग्रह को मिथुन और कन्या राशि का स्वामी माना जाता है। कन्या राशि भी बुध की उच्च राशि है जबकि मीन राशि इसकी नीच राशि मानी जाती है। 

यदि लाल किताब कुंडली में बुध ग्रह प्रभावी है तो व्यक्ति की संवाद शैली कुशल होती है, वह हाजिर जवाब होता है। अपनी बातों और तर्कों से मोहित हो जाता है। लाल किताब अनुसार बुध  वाणिज्य और व्यापार में सफलता दिलाता है.  
 

लाल किताब में बुध का कमजोर होना 


बुध के कमजोर होने पर व्यक्ति के शर्मीले होने की संभावना रहती है। व्यक्ति अपनी बात रखने में दिक्कत का अनुभव करता है। इसके साथ ही व्यक्ति अपने बोलने के तरीके पर नियंत्रण नहीं रख पाता है, वाणी के कारण उसके बनते काम बिगड़ जाते हैं। बुध का कमजोर प्रभाव सीधे तौर पर जीवन को प्रभावित करते हैं।  लाल किताब में बुध को ग्रहों की संगति के अनुसार फल देने वाला भी माना गया है। अगर बुध शुभ ग्रहों के साथ युति में हो तो शुभ फल देता है और इसके विपरीत होगा तो खराब फल देगा. 
 

लाल  किताब अनुसार बुध की विशेषताएं 


लाल किताब में बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, विचारों, बोलचाल का कारक माना जाता है। लाल किताब में बुध को वाणी का कारक भी माना जाता है। सूर्य और शुक्र बुध के मित्र हैं जबकि चंद्रमा और मंगल इसके शत्रु ग्रह हैं। यदि बुध ग्रह का प्रभाव अनुकूल होगा तो व्यक्ति शारीरिक रूप से सुंदर होता है। व्यक्ति अपनी वास्तविक आयु से बहुत कम उम्र का दिखता है. आंखें चमकदार होती हैं।  लाल किताब शास्त्र के अनुसार यदि जातक की कुंडली में लग्न भाव में बुध ग्रह हो तो जातक स्वभाव से तर्कशील तथा बौद्धिक रूप से समृद्ध और कुशल वक्ता होता है। इसके साथ ही ये  संचार के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाता है. 
 

लाल किताब अनुसार बुध के शुभ फल पाने के उपाय


बुध को मजबूत करने के लिए रात को सोने से पहले अपने बिस्तर के पास सौंफ रखनी चाहिए. इसके द्वारा मानसिक एवं संचार शक्ति मजबूत होती है. व्यक्ति में आत्म विकास बढ़ता है. वह अपने आप में अच्छी स्थिति को पाता है. 

नाक छेदन करना बुध की शुभता के लिए नाक या कान का छेदन शुभ होता है. इसके द्वारा बुध के शुभ फल प्राप्त होते हैं अशुभ बुध का प्रभाव समाप्त होता है. कन्याओं को मीठी वस्तुएं खिलाना भी बुध को शुभ करने में आता है. 

अगर बुध के ये कुछ उपाय लाल किताब अनुसार कर लिए जाएं तो इनका बहुत ही सकारात्मक प्रभाव जातक को अपने जीवन में देखने को मिलता है. 

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