नहीं होगा लाभान्वित करने का बड़ा एलानः
इस बजट में कोई भी बड़ा ऐलान ना होने की सम्भावना है। किसी वस्तु या व्यक्ति को सीधा लाभ पहुँचाने सम्बन्धी कोई भी घोषणा इस बजट में नहीं होगी। लेकिन, किसी विशेष प्रावधान बनने की पूरी उम्मीद है।
आर्थिक सुधारों को प्राथमिकताः
त्रिग्रही चाल सरकार को आर्थिक सुदृढ़ता बनाने हेतु प्रेरित करेगी। लेकिन राहु का भाग्येश में होना ऐसा होने से रोक सकता है। जिस कारण आम जनमानस को आर्थिक लाभ के संकेत कम ही दिखाई पड़ते हैं।
बजट से ज़्यादा उम्मीद नहींः
वर्ष 2022 के बजट से ज़्यादा उम्मीद नहीं लगाई जा सकती है। कोई बड़ा प्रावधान बन तो सकता है परन्तु इसके आसार ना के बराबर हैं।
महामारी का खर्च झेलने को मजबूर होगी सरकारः
वर्ष 2020 से ही सरकार कोविड-19 हेतु प्रतिबद्ध है। साथ ही शुक्र और राहु के कारण सरकारी ख़ज़ाने में भी अभी इससे निपटने के अलावा नए ख़र्चों के लिए धन की कमी हो सकती है।
रोज़गार बढ़ाने की उम्मीदः
बुध गोचर के फलस्वरूप इस बजट में सरकार रोज़गार बढ़ाने हेतु बल दे सकती है। केंद्रीय व राज्य स्तर पर नए रोज़गार और निर्माण कार्यों के दम पर टैक्स कमाने की आस से बजट में प्रावधान लाए जा सकते हैं।
मानक कटौती में वृद्धिः
नौकरी पेश लोगों की चाहत इस बजट में पूरी हो सकती है। वर्ष 2022 के बजट में मानक कटौती में वृद्धि के साथ ही यह 60-70000 रुपए हो सकती है। मेडिकल पॉलिसी के प्रीमियम भुगतान को भी 18 प्रतिशत से 15 या और कम किया जा सकता है।
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महँगाई पर कोई ख़ास असर नहींः
काल सर्प दोष के कारण पेट्रोल, डीज़ल व अन्य घरेलू ज़रूरत की चीज़ों की क़ीमतों में कोई ख़ास अंतर नहीं आने वाला है।
टेलिकम्यूनिकेशन में व्यापक सम्भावनाः
यह वर्ष तकनीक का वर्ष साबित होगा। इस बजट में तकनीकी पर मुख्य विकास हेतु 5G के लिए प्रावधान बनने के पूरी सम्भावना है।
गत वर्षों से बड़ा होगा बजटः
इस बार पेश होने वाला बजट पिछले वर्षों से अधिक बड़ा होने वाला है। सरकार इस बजट को हाथ खोलकर खर्च करने वाले बजट के रूप में बनाते हुए इसे 35-40 लाख करोड़ तक करेगी।
डिजिटल करेन्सी हेतु प्रावधानः
जैसा कि हम पहले भी अपने ब्लॉग में बता चुके हैं क्रिप्टो करेंसी हेतु कोई ख़ास क़ानून बनाए जाने की पक्की उम्मीद है। डिजिटल करेंसी क्रिप्टो हेतु एक्सचेंज पर टीडीएस लगाए जाने अथवा क्रिप्टो को निषेध करने के आसार हैं।