myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Bhisham Panchak 2023: Bhisham Panchak coming in the month of Kartik is very special.

Bhisham Panchak 2023: कार्तिक मास में आने वाले भीष्म पंचक होते हैं बेहद विशेष

Acharya RajRani Updated 23 Nov 2023 10:32 AM IST
Bhisham Panchak
Bhisham Panchak - फोटो : my jyotish
विज्ञापन
विज्ञापन
भीष्म पंचक जिसमें पांच दिनों तक पांडवों को धर्म नीति का ज्ञान प्राप्त होता है भीष्म पितामह से. इन दिनों की शुभता को पाने हेतु ही कार्तिक माह में भीष्म पंचक का पर्व मनाया जाता है. इन पांच दिनों में उनके द्वार दिया ज्ञान ज्ञान ही भीष्म पंचक के रुप में जाना जाता है. इस समय को विष्णु पंचक व्रत के रुप में भी जाना जाता है. कार्तिक माह के इन आखिरी पांच दिनों में भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है क्योंकि भगवान इस दौरान निंद्रा से जागते हैं. 

जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है

भीष्म पंचक महत्व और कथा
भीष्म पंचक का आरंभ या कहें शुरुआत महाभारत काल से मानी गई है. पितामह भीष्म के नाम पर इस व्रत का नाम भीष्म पंचक व्रत रखा गया. कथाओं के अनुसार महाभारत युद्ध की समाप्ति के बाद जब पितामह भीष्म सूर्य के उत्तरायण होने की प्रतीक्षा में शरशय्या पर लेटे हुए थे, तब भगवान श्रीकृष्ण ने पांडवों को उनसे शिक्षा लेने के लिए भेजा था.

तब भीष्म ने पांच दिनों तक पांडवों को धर्म, कर्म, राजनीती और अध्यात्मिकता के संबंध में जो ज्ञान दिया वहीं भीष्म पंचक के रुप में जाना गया है. इस कारण से  कार्तिक माह में भीष्म पंचक व्रत को करने से सभी प्रकार के पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. इस वर्ष भीष्म पंचक का उत्सव 25 नवंबर कार्तिक एकादशी से 30 नवंबर कार्तिक पूर्णिमा तक मनाया जाएगा. 

भीष्म पंचक महात्म्य 
कार्तिक माह में आने वाले भीष्म पंचक काफी शुभ होते हैं. इन पांच दिनों को बेहद ही पुण्यफल पाने वाला समय माना गया है.  यह भीष्म पंचक भक्तों को कार्तिक माह का संपूर्ण एवं शुभ फल तो देते ही हैं साथ में जो भक्त इन दिनों में व्रत, जप, पूजा, पाठ, अनूष्ठान एवं अन्य प्रकार की धार्मिक कृत्यों को करते हैं उन्हें अक्ष्य फलों की प्राप्ति होती है. जन्मों जन्मों के पाप कर्म भी इन पंचकों में किए जाने वाले धार्मिक कार्यों द्वारा शांत होते हैं. 

शीघ्र धन प्राप्ति के लिए कराएं कुबेर पूजा 

कार्तिक माह में आने वाले पंचक बेहद ही विशेष माने गए हैं. इन पंचक को भीष्म पंचक नाम से जाना जाता है. यह पांच दिन धर्म कर्म के कार्यों हेतु बहुत ही विशेष होते हैं. भीष्म पंचक का आरंभ कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी से होता है और कार्तिक पूर्णिमा तक यह रहते हैं. एकादशी से पूर्णिमा तक के ये पांच दिन काफी महत्व रखते हैं. इन पांच दिनों दीपदान, व्रत, जप एवं स्नान दान पुण्य के कार्य लगातार जारी रहते हैं. 
 

 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X