Bhadrapad Purnima 2023
- फोटो : google
भादो माह की पूर्णिमा तिथि को अत्यंत शुभ माना जाता है. पूर्णिमा तिथि का महत्व हिंदू धर्म में विशेष रुप से रहा है. इस दिन पर स्नान दान करने का नियम बेहद आवश्यक होता है. पूर्णिमा तिथि हर महीने में एक बार आती है. यह तिथि भगवान सत्यनारायण को समर्पित है और विष्णु लक्ष्मी पूजन के साथ ही इस दिन चंद्र देव का पूजन भी किया जाता है. श्राद्ध पक्ष की शुरुआत भाद्रपद मास की पूर्णिमा से होती है इसलिए भाद्रपद मास की पूर्णिमा का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है. भाद्रपद पूर्णिमा व्रत 29 सितंबर को रखा जाएगा. ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस दिन किया जाने वाला उपवास मनोविकारों को दूर करता है तथा जीवन में शुभता का आगमन होता है.
मात्र रु99/- में पाएं देश के जानें - माने ज्योतिषियों से अपनी समस्त परेशानियों
आइए जानते हैं भाद्रपद पूर्णिमा कब मनाई जाएगी और इस दिन पूजा द्वारा किन लाभों को पाकर भक्त हो सकते हैं सुखी
गणपति स्थापना और विसर्जन पूजा : 19 सितंबर से 28 सितंबर 2023
भाद्रपद पूर्णिमा 2023 मुहूर्त
इस वर्ष भाद्रपद पूर्णिमा तिथि का आरंभ28 सितंबर 2023 को शाम 06:49 बजे से शुरू होगा. इसके साथ ही भाद्रपद पूर्णिमा तिथि का समापन 29 सितंबर 2023 को दोपहर 15:26 बजे के करीब होगा. इस दिन पूर्णिमा पूजा का समय सुबह से आरंभ होगा और रात्रि में लक्ष्मी पूजा का समय12.36 बजे तक बना रहने वाला है. इस दिन श्री विष्णु पूजन के साथ चंद्र पूजन का महत्व होता है. चंद्रमा को रात्रि में अर्घ्य्य देकर पूजा संपन्न होती है. इसके अलावा इस दिन पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र रहने वाला है जो एक शुभ नक्षत्र होता है.
काशी दुर्ग विनायक मंदिर में पाँच ब्राह्मणों द्वारा विनायक चतुर्थी पर कराएँ 108 अथर्वशीर्ष पाठ और दूर्बा सहस्त्रार्चन, बरसेगी गणपति की कृपा ही कृपा सितंबर 2023
पूर्णिमा के दिन करें स्त्यनारायण कथा का पाठ
भाद्रपद माह की पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण देव की पूजा करना विशेष होता है. भगवान का पूजन करने से व्यक्ति के कष्ट दूर होते हैं. धन-संपदा की प्राप्ति होती है. मान सम्मान बना रहता है. जीवन में कष्टों से मुक्ति के लिए यह दिन बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन भगवान का पूजन करने से सुखी जीवन का आशीर्वाद मिलता है. भाद्रपद पूर्णिमा के दिन व्रत करने और श्रीहरि की कथा पढ़ने या सुनने से व्यक्ति को समस्त सुखों की प्राप्ति होती है.
पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी जी का ध्यान एवं मंत्र जाप करना शुभ होता है. आर्थिक कृपा पाने के लिए पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी का श्री सूक्त पाठ करना अत्यंत ही शुभ माना जाता है.