जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
प्रत्येक राम भक्त एवं हनुमान भक्त के हृदय में इस हनुमान चालीसा का एक विशेष महत्व रहा है. भगवान हनुमान की आराधना को समर्पित 40 गीतों से बना संग्रह अत्यंत ही विशेष माना जाता है. हनुमान चालीसा पाठ के लाभ एवं अनुभवों को लोगों में अपने आप महसूस भी किया है. रामचरित मानस को लिखने वाले भक्त कवि तुलसीदास जी द्वारा ही हनुमान चालीसा की रचना हुई है. तुलसीदास जी द्वारा लिखी यह अनुपम भक्ति गाथा जीवन में सुखों एवं भक्ति की शक्ति का जागरण करने वाली होती है.
कहा जाता है कि इस रचना का निर्माण तुलसीदास जी ने तब किया जब उन्हें अपने कष्टों से मुक्ति का अन्य मार्ग दिखाई न पड़ा और तब उन्होंने भगवान श्री राम के पर्म भक्ति हनुमान जी के समक्ष नतमस्त होते हुए इस रचना का निर्माण किया ओर इसके चमत्कारिक लाभ उन्हें तुर्म्त प्राप्त हुई जिसके बाद यह विशिष्ट रचना जन साधारण के मन में वास करने लगी ओर आज लगभ हर हिंदू के मुख से इस का पाठ सुना जा सकता है. इसके अलावा हिम्दू ही नहीं अपितु कई अन्य धर्मावलंबियों ने भी इसकी महिमा का गुण गान किया और इसे पूजा है.
हनुमान चालीसा के लाभ
हनुमान चालीसा को कई प्रकार के लाभ प्रदान करने वाली स्तुती कहा जाता है. मान्यताओं के अनुसार यदि किसी पर शनि ग्रह का खराब प्रभाव है तो उस व्यक्ति के लिए हनुमान चालिसा का जाप शनि के अशुभ फलों से मुक्ति दिलाने वाला होता है. वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह के शुभ प्रभाव पाने के लिए हनुमान चालिसा पाथ बहुत ही उत्तम माना गया है. इसके साथ ही शनिवार की ढैय्या से मुक्ति हेतु नियमित 21 दिनों तक आठ बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से सकारात्मक परिणाम मिलते हैं.
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मंगल ग्रह की शुभता पाने के लिए, कर्ज से मुक्ति के लिए, भय से मुक्ति के लिए, कष्ट एवं संकटों से मुक्ति के लिए हनुमान चालीसा का पाठ उत्तम होता है. किसी भी प्रकार की नकारात्मकता को दूर करने के लिए हनुमान चालिसा का पाठ विशेष माना गया है.