myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Baisakhi 2024: know the importance of Baisakhi

Baisakhi 2024: ढोल और भांगड़ा की थाप में बैसाखी , जानिए बैसाखी का महत्व

Acharya Rajrani Sharma Updated 13 Apr 2024 10:00 AM IST
Baisakhi
Baisakhi - फोटो : google

खास बातें

Vaisakhi 2024 : लोक परंपराओं का एक ओर रंग जो बैसाखी के रुप में देश भर में दिखाई देता है.  बैसाखी का त्यौहार एक महत्वपूर्ण पर्व है जो लोगों की खुशियों और उमंग के साथ जीवन के उत्साह का प्रतिक है. इस दिन को वैशाख माह के पहले दिन के रूप में भी मनाया जाता है तो वहीं फसलों की कटाई का पर्व भी है.
विज्ञापन
विज्ञापन
Vaisakhi 2024 : लोक परंपराओं का एक ओर रंग जो बैसाखी के रुप में देश भर में दिखाई देता है.  बैसाखी का त्यौहार एक महत्वपूर्ण पर्व है जो लोगों की खुशियों और उमंग के साथ जीवन के उत्साह का प्रतिक है. इस दिन को वैशाख माह के पहले दिन के रूप में भी मनाया जाता है तो वहीं फसलों की कटाई का पर्व भी है. सिखों का विशेष त्यौहार है वैसाखी.

significance of Baisakhi इस दिन जहां स्नान और दान का बहुत महत्व है. वहीं इस दिन को लोक गीतों के साथ प्रेम और नवजीवन के उत्साह के रुप में मनाया जाता है. आइये जान लेते हैं सिख धर्म की स्थापना से जुड़ा बैसाखी कैसे दुनिया भर को करता है अपनी ओर आकर्षित. 

विंध्याचल में कराएं चैत्र नवरात्रि दुर्गा सहस्त्रनाम का पाठ पाएं अश्वमेघ यज्ञ के समान पुण्य : 09 अप्रैल - 17 अप्रैल 2024 - Durga Sahasranam Path Online
  

बैसाखी का त्यौहार क्यों मनाया जाता है

कृषी प्रधान भारत देश में कृषी से जुड़ा कोई भी विशेष कार्य भी पर्व से कम नहीं माना जाता है. इसी के साथ वैसाखी भी कुछ ऎसा ही पर्व है जो रबी फसल के पकने का प्रतीक है. बैसाखी का त्योहार बहुत ही शुभ माना जाता है. इस दिन लोग फसलों के पकने के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करते हैं. इसके अलावा हम अपने घरों में खास पकवानों का आनंद लेते हैं. ये त्योहार लोक जीवन से जुड़ा हुआ है.  इससे जुड़ी कई अहम बातें भी हैं जो इस दिन को और भी अधिक विशेष बना देती हैं. 

कामाख्या देवी शक्ति पीठ में चैत्र नवरात्रि, सर्व सुख समृद्धि के लिए करवाएं दुर्गा सप्तशती का विशेष पाठ : 09 अप्रैल -17 अप्रैल 2024 - Durga Saptashati Path Online
 

बैसाखी 2024 का खास महत्व

धर्मों और क्षेत्रों की अपनी-अपनी मान्यताएँ होती हैं. सिख समुदाय के लिए भी यह दिन बहुत विशेष होता है. इनके लिए यह नए साल के शुरू होने का समय होता है. बैसाखी के नाम से इसे बडी़ धूम धाम से मनाते हैं. इसके साथ ही लोग अपने-अपने घरों में सरसों का साग और मक्के की रोटी समेत अन्य स्वादिष्ट भोजन व्यंजन भी बनाते हैं. यह दिन सिखों के लिए बहुत खास है. हर साल बैसाखी पूरे देश में बड़ी धूमधाम और भव्यता के साथ मनाई जाती है. इसके अलावा गुरुद्वारों को सजाया जाता है, गुरुद्वारों में कीर्तन आदि किया जाता है. इसके अलावा जुलूसों को भी इस समय पर निकाला जाता है. जिसमें लोग बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं.

चैत्र नवरात्रि कालीघाट मंदिर मे पाए मां काली का आशीर्वाद मिलेगी हर बाधा से मुक्ति 09 अप्रैल -17 अप्रैल 2024
 

खालसा की स्थापना का समय 

इस दिन को सिख धर्म के लोग नये साल के रूप में मनाते हैं.. बैसाखी का त्यौहार वैशाख माह में मनाया जाता है जो हर साल अप्रैल माह में पड़ता है जिसे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. मान्यता के अनुसार, साल 1699 में 13 अप्रैल को सिखों के दसवें और आखिरी गुरु गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. बैसाखी का त्यौहार बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है.  दसवें और अंतिम सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ने उच्च और निम्न जाति समुदायों के बीच भेदभाव को समाप्त कर दिया था. इस दिन के आस-पास सूर्य भी मीन राशि से मेष राशि में गोचर करता है. इस दिन को मेष संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है. बैसाखी का त्योहार खुशियां मनाने का दिन है.

हिमाचल प्रदेश के ज्वाला देवी मंदिर में चैत्र नवरात्रि पर सर्व कल्याण हेतु कराएं 11000 मंत्रों का जाप और पाएं गृह शांति एवं रोग निवारण का आशीर्वाद 09 -17 अप्रैल 2024

दुनिया भर में बैसाखी की धूम 

बैसाखी भारत के अन्य हिस्सों और दुनिया भर के सिखों और हिंदुओं द्वारा बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है. दिन की शुरुआत सिख गुरुद्वारों में भजन और प्रार्थना से होती है. लोग इस दिन को बहुत खुशी और उत्सव के साथ मनाते हैं. इस शुभ अवसर पर लोग नए कपड़े पहनते हैं. गुरुद्वारे में मत्था टेकने जाते हैं. इस दिन अपना उत्साह व्यक्त करने के लिए पुरुष भांगड़ा करते हैं और महिलाएं गिद्दा करती हैं, जो पंजाब का पारंपरिक लोक नृत्य है.यह त्यौहार उत्तर भारत, पंजाब और हरियाणा में मनाया जाता है.  बैसाखी का त्यौहार मुख्य रूप से किसानों को समर्पित है. इस दिन किसान साल भर की अपनी फसल के लिए भगवान का आभार व्यक्त करते हैं और फसल काटने के बाद घर जाते हैं.
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X