खास बातें
Astrology: नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने शपथ ग्रहण के लिए आज ही का दिन और शाम का समय क्यों चुना तो आईए जानते हैं।Astrology: नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ ले रहे हैं और उनके शपथ ग्रहण का समारोह, आज यानि कि 9 जून को शाम 7:15 से शुरू होगा। लेकिन बहुत से लोगों के मन में शपथ ग्रहण के समय को लेकर कई सवाल हैं, तो आपको बता दें कि शपथ ग्रहण का समय ज्योतिष विज्ञान को ध्यान में रखकर रखा गया है। तो आइए जानते हैं कि 7:15 का समय आखिर शपथ ग्रहण के लिए क्यों चुना गया है।
शपथ ग्रहण के लिए शाम का समय ही क्यों?
भारतीय जनता पार्टी, एनडीए गठबंधन के साथ सरका बना रही है। 4 जून के नतीजों के तय हो ही गया कि फिर से बीजेपी ही सत्ता में आएगी। राजनीति उथल-पुथल के बीच यह भी जरूरी था कि जल्द से जल्द फिर से सरकार सत्ता में आ जाए। तो इसके लिए दिन चुना गया 9 जून। हालांकि पहले शपथ के लिए 8 जून का दिन चुना जा रहा था, फिर मुहूर्त को देखकर 9 जून रखा गया। 9 जून, रविवार को शाम का समय इसलिए चुना गया है क्योंकि उससे पहले शाम 4:30 मिनट से, शाम 6:00 तक राहुकाल है और यह हम मुहूर्त किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए अशुभ माना जाता है। इसके साथ ही राहुकाल का मुहूर्त न सिर्फ उत्तर भारत में बल्कि दक्षिण भारत में भी अशुभ माना जाता है और मोदी के साथ दक्षिण भारत के मंत्री भी शपथ लेने जा रहे हैं, तो इसलिए राहुकाल की समाप्ति के बाद यानी की 6:00 के बाद शपथ ग्रहण का समय रखा गया है।
शपथ ग्रहण के लिए 9 जून ही क्यों?
आज के दिन शपथ लेने के पीछे एक और कारण है। बता दें कि मोदी जी वृश्चिक लग्न में शपथ लेने जा रहे हैं और पिछली बार भी उन्होंने वृश्चिक लग्न में ही शपथ ली थी। इसके साथ ही मोदी जी की राशि भी वृश्चिक ही है और ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है की वृश्चिक लग्न में जो भी कार्य किया जाता है वह शुभ रहता है। इसके अलावा इस लग्न में जिस भी कार्य की शुरुआत की जाती है, वह गुप्त कार्य करने वाला भी माना जाता है। ऐसे में ग्रह नक्षत्र और मुहूर्त को देखकर मोदी जी का शपथ ग्रहण का मुहूर्त 9 जून शाम 7:15 का चुना गया है।