myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Ashadha Amavasya 2023: Worship on the Yogas being made on Ashadh Amavasya, you will get the

Ashadha Amavasya 2023 : आषाढ़ अमावस्या पर बन रहें योगों पर करें पूजा पाठ मिलेगा दोषों से मुक्ति का लाभ

Acharya RajRani Updated 17 Jun 2023 12:11 PM IST
Ashadha Amavasya 2023 : आषाढ़ अमावस्या पर बन रहें योगों पर करें पूजा पाठ मिलेगा दोषों से मुक्ति का ल
Ashadha Amavasya 2023 : आषाढ़ अमावस्या पर बन रहें योगों पर करें पूजा पाठ मिलेगा दोषों से मुक्ति का ल - फोटो : google
विज्ञापन
विज्ञापन
आषाढ़ मास की अमावस्या का समय पितृ पूजन के लिए खास होता है अमावस्या के समय पर कार्यों के लिए विशेष माना जाता है. इस साल आषाढ़ अमावस्या बेहद खास रहने वाली है. इस समय पर बनने वाले योगों से कई प्रकार के दोष समाप्त हो जाते हैं.

अब हर समस्या का मिलेगा समाधान, बस एक क्लिक से करें प्रसिद्ध ज्योतिषियों से बात 

अमावस्या का मुहूर्त दो दिनों तक व्याप्त रह सकता है. पितृ कार्यों कामों के लिए महत्व होगा और दूसरे दिन स्नान, दान आदि का विधान होगा. इस साल अमावस्या के समय पर कई तरह के उपाय करना बेहद शुभ फल प्रदन करने वाला होगा. 

आषाढ़ अमावस्या पूजा समय 
आषाढ़ अमावस्या का समय 18 जून 2023, रविवार के दिन होगा. इस समय 17 जून 2023, 09:11 बजे से होगी और 18 जून 2023 को - 10:06 बजे समाप्त होगी. पूजा के समय का प्रभाव इस समय इस समय से संबंधित स्नान और दान का कार्य करना बहुत शुभ होगा.  

इस समय के दौरान पर पूजा पाठ करने के साथ साथ गरीबों को भोजन खिलाना तथा ब्राह्मणों को दान दक्षिणा देना बहुत ही पुण्यदायक कार्यों में गिना जाता है.

आषाढ़ अमावस्या पूजा महत्व 
आषाढ़ आमावस्या के दिन कई तरह के कार्य किए जाते हैं. यह उपाय जीवन में कई तरह के शुभ प्रभाव प्राप्त होते हैं. अगर आपकी कुंडली में कई तरह दोष भी मिलते हैं तो आषाढ़ अमावस्या के दिन विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करना भी बहुत महत्वपूर्ण होता है.

शनि जयंती पर शनि शिंगणापुर मंदिर में कराएं तेल अभिषेक 

इस पूजा के समय पर शिव पूजा करने से व्यक्ति को सर्प दोषों से मुक्ति का भी फल मिलता है. किसी भी जातक की कुंडली में अगर कोई दोष हो या फिर सर्प दोष की स्थिति बन रही है तब यह स्थिति शांति को प्राप्त होती है. 
 
आषाढ़ अमावस्या के दिन सुबह स्नान करने दौरान किया गया सूर्य पूजन भी बहुत ही शुभदायक होगा. इस समय के दौरान सूर्य की पूजा के साथ साथ सूर्य को अर्घ्य प्रदान करते हुए उपासना करना बहुत ही शुभ माना गया है. इस समय पर पितरों के लिए पूजा भी विशेष होती है. 

अमावस्या के दिन सुबह के समय पर बड़ के पेड़ की पूजा करना बहुत शुभ होता है. धन एवं आर्थिक लाभ के लिए यह योग बहुत सकारात्मक फल प्रदान करने के लिए विशेष होता है. 

आषाढ़ अमावस्या के दिन पर शक्कर मिलाकर काली चींटियों को खिलाएं. इससे आपके पाप नष्ट होंगे और पुण्य की वृद्धि से भाग्य प्रबल होगा. आषाढ़ अमावस्या की शाम को ईशान कोण में दीपक जलाना भी शुभ होता है. इसके लिए दीपक में सिक्का डाल कर इसे प्रज्जवलित करना चाहिए. 
 
 


 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
X