खास बातें
Aaj Ka Panchang 4 April 2024: पंचांग गणना 04 अप्रैल 2024 के अनुसार आज बृहस्पतिवार का दिन है और कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है. पंचांग के अनुसार आज के दिन दशमी तिथि पूजन का समय होता है.पिंगल संवत्सर विक्रम संवत 2081. चैत्र कृष्ण पक्ष दशमी तिथि दोपहर 04:14 तक उपरांत एकादशी. नक्षत्र श्रवण 20:12 तक उपरांत धनिष्ठा. सिद्ध योग 13:15 तक, उसके बाद साध्य योग, करण विष्टि 16:14 तक, बाद बव 02:55 तक
विंध्याचल में कराएं चैत्र नवरात्रि दुर्गा सहस्त्रनाम का पाठ पाएं अश्वमेघ यज्ञ के समान पुण्य : 09 अप्रैल - 17 अप्रैल 2024 - Durga Sahasranam Path Online
पंचांग गणना को ज्योतिष शास्त्र में बहुत विशेष स्थान प्राप्त है. पंचांग का निर्माण पांच अंगों से बना है जिसके चलते इसे पंचांग नाम दिया गया है. पंचांग के पांच तत्वों में तिथि, वार, नक्षत्र, योग ओर करण का समावेश होता है. हिंदू पंचांग गणना के अनुसार ही विभिन्न प्रकार की भविष्यवाणियां संभव हो पाती हैं. पंचांग का उपयोग मुहूर्त शास्त्र में अत्यंत महत्वपूर्ण होता है. पंचांग गणना के द्वारा ही मुहूर्त विचार संभव हो पाता है.
आज का पंचांग 04 अप्रैल, 2024, गुरुवार
हिन्दू पंचांग के अनुसार 4 अप्रैल 4, 2024, बृहस्पतिवार (गुरुवार) चैत्र माह के कृष्ण पक्ष दशमी तिथि है. पंचांग से जाने आज का शुभ-अशुभ समय, मुहूर्त और राहुकाल समयहिमाचल प्रदेश के ज्वाला देवी मंदिर में चैत्र नवरात्रि पर सर्व कल्याण हेतु कराएं 11000 मंत्रों का जाप और पाएं गृह शांति एवं रोग निवारण का आशीर्वाद 09 -17 अप्रैल 2024
चैत्र कृष्ण पक्ष दशमी, पिंगल संवत्सर विक्रम संवत 2081, शक संवत 1945 (शोभकृत संवत्सर), फाल्गुन. दशमी तिथि 04:14 PM तक उपरांत एकादशी. नक्षत्र श्रवण 08:12 PM तक उपरांत धनिष्ठा. सिद्ध योग 01:15 PM तक, उसके बाद साध्य योग, करण विष्टि 04:14 PM तक, बाद बव 02:55 AM तक
सूर्योदय काल
6:19 AM
सूर्यास्त काल
6:39 PM
कामाख्या देवी शक्ति पीठ में चैत्र नवरात्रि, सर्व सुख समृद्धि के लिए करवाएं दुर्गा सप्तशती का विशेष पाठ : 09 अप्रैल -17 अप्रैल 2024 - Durga Saptashati Path Online
चन्द्रोदय काल
3:03 AM
चन्द्रास्त काल
2:06 PM
अयन
उत्तरायण
द्रिक ऋतु
वसंत
विक्रम संवत - 2081, पिंगल
शक सम्वत - 1945, शोभकृत
पूर्णिमांत - चैत्र
अमांत - फाल्गुन
तिथि आरंभ और समाप्ति काल
कृष्ण पक्ष दशमी - अप्रैल 03 06:29 PM - अप्रैल 04 04:14 PMकृष्ण पक्ष एकादशी - अप्रैल 04 04:14 PM - अप्रैल 05 01:28 PM
नक्षत्र आरंभ और समाप्ति काल
श्रवण - अप्रैल 03 09:47 PM - अप्रैल 04 08:12 PMधनिष्ठा - अप्रैल 04 08:12 PM - अप्रैल 05 06:06 PM
चैत्र नवरात्रि कालीघाट मंदिर मे पाए मां काली का आशीर्वाद मिलेगी हर बाधा से मुक्ति 09 अप्रैल -17 अप्रैल 2024
करण आरंभ और समाप्ति काल
विष्टि - अप्रैल 04 05:26 AM - अप्रैल 04 04:14 PM
बव - अप्रैल 04 04:14 PM - अप्रैल 05 02:55 AM
बालव - अप्रैल 05 02:55 AM - अप्रैल 05 01:29 PM
योग आरंभ और समाप्ति
सिद्ध - अप्रैल 03 04:09 PM - अप्रैल 04 01:15 PMसाध्य - अप्रैल 04 01:15 PM - अप्रैल 05 09:55 AM
अशुभ काल आरंभ और समाप्ति
राहू - 2:02 PM - 3:34 PM
यम गण्ड - 6:19 AM - 7:52 AM
कुलिक - 9:24 AM - 10:57 AM
दुर्मुहूर्त - 10:26 AM - 11:15 AM
वर्ज्यम् - 11:51 PM - 01:19 AM
शुभ काल आरंभ और समाप्ति
अभिजीत मुहूर्त - 12:05 PM - 12:54 PM
अमृत काल - 10:28 AM - 11:58 AM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:42 AM - 05:30 AM
आनन्दादि योग
ध्वजा (केतु) - 08:12 PM
नोट - पंचांग गणना वैदिक ज्योतिष का मूल आधार रहा है. शास्त्रों के अनुसार मुहूर्त शास्त्र हेतु पंचांग का विश्लेषण सर्वोपरी माना गया है. हिन्दू पंचांग में वार, माह व महीना चन्द्रमा के अनुसार निर्धारित होता है. पंचांग अनुसर एक पक्ष कृष्ण पक्ष में विभाजित होता है और दूसरा शुक्ल पक्ष का होता है. पक्ष को आम बोलचाल की भाषा में पखवाड़ा भी कहा जाता है. इसी मध्य में त्यौहार पर्व व्रत का आगमन होता है.