myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Apara Ekadashi 2023: When will Apara Ekadashi fall, this day should not be done even by mistake

Apara Ekadashi 2023: कब पड़ेगी अपरा एकादशी, इस दिन भूलवश भी नहीं करने चाहिए ये काम

my jyotish expert Updated 12 May 2023 10:46 AM IST
Apara Ekadashi 2023: कब पड़ेगी अपरा एकादशी, इस दिन भूलवश भी नहीं करने चाहिए ये काम
Apara Ekadashi 2023: कब पड़ेगी अपरा एकादशी, इस दिन भूलवश भी नहीं करने चाहिए ये काम - फोटो : google
विज्ञापन
विज्ञापन
“अपरा” शब्द का अर्थ “असीम” होता है, जो असीम लाभों और और आशीर्वादों को दर्शाता है. जो भक्त इस एकादशी का व्रत रखते हैं उनके ऊपर भगवान विष्णु की विशेष कृपा बनी रहती है. माना जाता है कि अपरा एकादशी का व्रत लोगों को उनके पाप धोने, उनकी आत्मा को शुद्ध करने और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने में मदद करता है. 

जानिए हनुमान जी के इन मंत्रों का जाप करने से कैसे होगा आपके सभी दुखों का नाश

अन्य एकादशी अनुष्ठानों की तरह, अपरा एकादशी का व्रत रखना पवित्र और लाभकारी माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन कुछ ऐसे कार्य होते हैं जिन्हें करने की मनाही होती है. 

अपरा एकादशी तिथि और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष को पड़ने वाली अपरा एकादशी का व्रत 15 मई 2023, दिन सोमवार को रखा जाएगा. एकादशी की तिथि 15 मई 2023 को सुबह 02 बजकर 46 मिनट पर प्रारंभ होगी जो अगले दिन यानी 16 मई 2023 की सुबह 01 बजकर 03 मिनट पर समाप्त होगी. उदया तिथि के अनुसार अपरा एकादशी का व्रत 15 मई को ही रखा जाएगा. इस दिन तामसिक भोजन भूलकर भी नहीं करना चाहिए.

एकादशी पर क्या ना करें
धार्मिक मान्यता के अनुसार एकादशी व्रत का मुख्य पहलू अनाज से परहेज करना होता है. इसलिए, कोशिश करें कि एकादशी के दिन चावल, गेहूं, दाल आदि चीजों को अपने आहार में न शामिल करें. यदि आपने व्रत रखा है तो इस दिन सिर्फ फल, दूध आदि चीजों का सेवन करें.

एकादशी का व्रत आमतौर पर शाकाहारी उपवास के रूप में मनाया जाता है. इस दिन भूलवश भी मांस, मछली या कोई भी मांसाहारी भोजन नहीं ग्रहण करना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति पाप का भागीदार बनता है और भगवान विष्णु उन पर कभी प्रसन्न नहीं होते हैं.

आपके स्वभाव से लेकर भविष्य तक का हाल बताएगी आपकी जन्म कुंडली, देखिए यहाँ

धार्मिक दृष्टि से एकादशी का व्रत कार्यों और विचारों दोनों को शुद्ध करने का समय माना जाता है. इस दिन किसी भी तरह के नकारात्मक या अशुद्ध गतिविधियों में शामिल नहीं होना चाहिए. इसके साथ-साथ एकादशी के दिन क्रोध करने, झूठ बोलने या बड़ों का अपमान भी नहीं करना चाहिए.
 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
X