myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Ahoi Ashtami 2023: On the day of Ahoi Ashtami, definitely listen to the story, you will get the full benefit o

Ahoi Ashtami 2023: अहोई अष्टमी के दिन जरूर करें कथा का श्रवण मिलेगा व्रत का पूरा लाभ

my jyotish Updated 03 Nov 2023 03:37 PM IST
Ahoi Ashtami 2023
Ahoi Ashtami 2023 - फोटो : my jyotish
विज्ञापन
विज्ञापन
कार्तिक माह की अष्टमी के दिन अहोई माता का पूजन किया जाता है. अहोई माता का पूजन संतान के सुख एवं संतान की लंबी आयु के लिए किया जाता है. अहोई अष्टमी व्रत का विशेष महत्व माना गया है. यह व्रत माताओं के द्वारा संतान के सुख के लिए किया जाता है. 

दीपावली महापर्व - दिवाली पूजन से मिलेगा अनंत फल, घर बैठें कराएं विशेष पूजा - 11 से 12 नवंबर, 2023

माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और सुख के लिए व्रत रखती हैं.  हिंदू पंचांग अनुसार अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है. इस व्रत के दिन अहोई माता की कथा को सुनना एवं पढ़ना बेहद जरूरी होता है. 

शीघ्र धन प्राप्ति के लिए कराएं कुबेर पूजा 11 नवंबर 2023 Kuber Puja Online

अहोई अष्टमी कथा 
अहोई अष्टमी के दिन कथा करना जरुर कार्य होता है पूजा के समय कथा की जाती है. अहोई अष्टमी की कथा इस प्रकार है : - प्राचीन समय में एक साहूकार था जिसके सात बेटे और सात बहुएँ थीं. एक बार दिवाली पर घर को सजाने के लिए जब सातों बहुएं मिट्टी लाने जंगल में गईं तो उनकी ननद भी उनके साथ जाती है. साहूकार की बेटी जिस स्थान पर मिट्टी खोदती थी उस स्थान पर स्याहू का घर भी था ऎसे में मिट्टी खोदते समय गलती से साहूकार की बेटी से साही का एक बच्चा मर गया. 

दिवाली के पावन अवसर पर अपार धन-समृद्धि के लिए कराएं सहस्त्ररूपा सर्वव्यापी लक्ष्मी साधना : 12-नवम्बर-2023 | Lakshmi Puja Online

इससे क्रोधित होकर साही उसे श्राप देने लगती है कि मैं तेरी कोख बांध दूंगी.ऎसे में सबसे छोटी भाभी ने माफी मांगते हुए ननद के स्थान पर स्वयं पर श्राप ले लिया. इसके बाद छोटी भाभी के जो भी बच्चे होते हैं, वे मर जाते थे तब पंडित बहु को इस श्राप से मुक्ति के लिए सुरही गाय की सेवा करने को कहते हैं बहु वैसा ही करती है और सेवा से प्रसन्न होकर सुरही गाय उसे स्याहु के पास ले जाती है. रास्ते में जब वे थक जाते हैं तो दोनों आराम करने लगते हैं.

अचानक साहूकार की छोटी बहू की नजर एक तरफ जाती है तो वह देखती है कि एक सांप गरुड़ के बच्चे को काटने वाला है और वह सांप को मार देती है.इसी बीच गरुड़ पंखनी वहां आ जाती है और खून बिखरा हुआ देखकर उसे लगता है कि छोटी बहू ने उसके बच्चे को मार डाला है, इस पर वह छोटी बहू को चोंच मारना शुरू कर देती है. 

आपके स्वभाव से लेकर भविष्य तक का हाल बताएगी आपकी जन्म कुंडली, देखिए यहाँ
 
तब बहु कहती है कि उसने उस बच्चे की जान बचाई है तब अपने बच्चे को जीवित देख वह खुश होती है ओर उन दोनों को साही के पास उसे ले जाती है. जहां वह साही की सेवा करती है और तब साही उसे कहती है कि वह घर जाकर अहोई माता का पूजन करे तो उसे संतान सुख मिलेगा. बहु घर जाकर अहोई माता का पूजन करती और उसे संतान सुख प्राप्त होता है. तब से अहोई माता का पूजन संतान की सुरक्षा एवं सुख को प्रदान करने हेतु प्रतिवर्ष किया जाता है.


 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X