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इस माह के दौरान पर पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष लाभ माना गया है. स्नान के साथ दान इत्यादि कार्यों से शुभ फल मिल्ते हैं. हर प्रकार के संकटों और चिंताओं से मुक्ति मिलती है. आइए जानते हैं की कैसे इस माह में श्री कृष्ण भगवान का पूजन करने से मिलते हैं विशेष फल.
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अगहन माह कब से कब होता है
कार्तिक माह की समाप्ति के साथ ही अगहन माह शुरू होता है. इस दौरान भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है और इसे अगहन माह भी कहा जाता है. अगहन के दौरान खरमास भी आता है जो आध्यात्मिक दृष्टिकोण से विशेष होता है. अगहन में आनी वाली एकादशी का पूजन शुभता देने वाला होता है. इस समय पर श्री कृष्ण का पूजन भक्तों को शक्ति और संपन्नता का सुख देता है.
अगहन माह पूजन लाभ
अगहन की पूर्णिमा के दिन चंद्रमा मृगशिरा नक्षत्र में होता है इसलिए इसे अगहन कहा जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस महीने में भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है और कहा जाता है कि जो व्यक्ति विधि-विधान से कान्हा जी की पूजा करता है, वह अपने जीवन में सभी सुखों का आनंद लेता है और मृत्यु के बाद मोक्ष प्राप्त करता है.
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अगहन माह में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस माह पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अगहन के दौरान लोग अच्छे स्वास्थ्य के लिए गंगा स्नान करते हैं. इस माह में तुलसी की पूजा करना शुभ माना जाता है और तुलसी की परिक्रमा भी करनी चाहिए. साथ ही इस महीने सुबह-शाम घर में दीपक जलाने से नकारात्मकता दूर होती है.