खास बातें
Aghan Month Amavasya : अगहन अमावस्या के दिन इन चीजों को अर्पित करने से दूर होगा बड़े से बड़ा रोगबता दें कि इस साल अमावस्या 12 दिसंबर 2023 के दिन अगहन अमावस्या मनाई जाएगी. अगहन माह को मार्गशीर्ष के नाम से भी जाना जाता है. Margashirsha Amavasya Upay
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Aghan Month Amavasya : अगहन अमावस्या के दिन इन चीजों को अर्पित करने से दूर होगा बड़े से बड़ा रोग
बता दें कि इस साल अमावस्या 12 दिसंबर 2023 के दिन अगहन अमावस्या मनाई जाएगी. अगहन माह को मार्गशीर्ष के नाम से भी जाना जाता है. अगहन माह में पड़ने वाली अमावस्या को मार्गशीर्ष अमावस्या भी कहा जाता है.Margashirsha Amavasya Upay
अमावस्या का दिन भगवान शिव के पूजन हेतु बहुत विशेष होता है. अमावस्या के दिन शिवलिंग पर ये चीजें चढ़ाने से सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी और बीमारियों से मुक्ति मिलेगी.दर्श अमावस्या पर गया में कराएं पितृ तर्पण,पाएँ पितृदोष एवं ऋण से मुक्ति - 12 दिसंबर 2023
अमावस्या पर करें शिव पूजन
मार्गशीर्ष माह में आने वाली अमावस्या को बड़ी अमावस्या भी कहा जाता है. अमावस्या का दिन जहां पूर्वजों के लिए विशिष्ट होता है वहीं यह दिन भगवान शिव पूजा के लिए भी खास होता है. इस दिन भोलेशंकर और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा करने से भक्तों के कष्ट और दुख दूर हो जाते हैं और भोलेनाथ उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. अमावस्या के दिन शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है. मान्यता है कि इस दिन सबसे पहले शिवलिंग पर पंचामृत यानी दूध, गंगाजल, केसर, शहद और जल से बना मिश्रण चढ़ाना चाहिए. आइए जानते हैं भगवान शिव की कृपा पाने के लिए अमावस्या के दिन शिवलिंग पर कौन सी चीजें चढ़ानी चाहिए.अनुभवी ज्योतिषाचार्यों द्वारा पाएं जीवन से जुड़ी विभिन्न परेशानियों का सटीक निवारण
अमावस्या पर करें शिवलिंग अभिषेक
गंगा जलशास्त्रों में उल्लेख है कि भगवान विष्णु के चरणों से निकली गंगा भगवान शिव की जटाओं से होकर बहती हुई पृथ्वी पहुँचती है. इसीलिए गंगा नदी को सभी नदियों में पवित्र स्थान प्राप्त है. मान्यता है कि भगवान शिव का गंगा जल से अभिषेक करने से मानसिक शांति और प्रसन्नता मिलती है. इसके अलावा रस का अभिषेक भी शुभ माना जाता है. रस मिठास और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है. वहीं, शास्त्रों के अनुसार पवित्र फलों के रस से अभिषेक शुभ होता है. मान्यता है कि गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करने से धन की प्राप्ति होती है.
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भांग
शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान शिव ने हलाहल विष का सेवन किया था, जिसके इलाज के लिए देवताओं ने कई तरह की जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया था. उनमें से एक है भांग. इसीलिए ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव को भांग बहुत प्रिय है. अमावस्या के दिन भांग के पत्तों को पीसकर दूध या पानी में मिलाकर भगवान का अभिषेक करने से रोग और दोषों से मुक्ति मिलती है.
धतूरा
धतूरा को एक जड़ी-बूटी भी माना जाता है. देवी के मस्तक पर विष के प्रभाव को कम करने के लिए धतूरा चढ़ाया जाता है. इसलिए अमावस्या के खास दिन भगवान शिव को धतूरा चढ़ाना न भूलें. धतूरा चढ़ाने से शत्रु भय दूर होता है. साथ ही आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है.
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बिल्व पत्र
भगवान शिव की पूजा में बिल्व पत्र और अभिषेक को विशेष स्थान दिया गया है. अमावस्या के दिन तीन पत्तों वाला बिल्वपत्र ऊँ नम: शिवाय मंत्र से चढ़ाना चाहिए. शास्त्रों का कहना है कि शिवलिंग पर बिल्वपत्र चढ़ाना और करोड़ गुना फल प्रदान करने वाला होता है.