व्यक्ति की जन्म कुंडली ने उसके उत्थान-पतन सबके बारे में लिखा होता है। किसी का कब नुक़सान होगा और कब फ़ायदा? यह सब कुंडली बता देती है। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के अडानी ग्रुप के शेयरों में उछाल और रिलायंस के शेयरों में गिरावट के साथ ही गौतम एशिया के सबसे धनवान व्यक्ति बन गये। जब भाग्य ज़ोर लगाता है तो किसी के भी शेयर के भाव घट-बढ़ सकते हैं।
स्रोतों से प्राप्त गौतम अडानी के जन्म विवरण के अनुसार ज्योतिषियों द्वारा उनकी जन्म कुंडली तैयार कर विश्लेषण किया गया। ज्ञात जानकारी के अनुसार, उनका जन्म अहमदाबाद में सन् 1962 के जून माह की 24 तारीख़ को हुआ था। जिस कारण उनकी चंद्र राशि कुम्भ है। बुधवार को अडानी ग्रुप के शेयर में ज़बरदस्त उछाल तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्टॉक्स में गिरावट के कारण गौतम अडानी का एशिया का सबसे अमीर व्यक्ति हो जाना महज़ एक इत्तेफ़ाक नहीं है। बल्कि, उनके ग्रहों का शुभ प्रभाव है।
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गौतम अडानी का शनि वक्री है और अगले साल 5 जून को गति कर मकर राशि की ओर वक्री गति प्रारम्भ करेगा। शनि जाते समय जातक को कर्मों के अनुसार मालामाल करके जाते हैं। जिस कारण मुकेश अंबानी की $14.3 बिलियन की अपेक्षा गौतम अडानी ने इस वर्ष अपनी संपत्ति में $55 बिलियन बढ़ाए हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के आँकड़े बताते हैं कि गुरुवार को गौतम अडानी की संपत्ति ज़्यादा होकर $89.1 अरब हो गई है।
प्राप्त जन्म आँकड़ों के अनुसार, गौतम जी की कुंडली में शनि ग्रह 287.2 डिग्री पर है। उच्च का शनि होने के कारण उन्हें लगातार फ़ायदा पहुँचा रहा है। इसी कारण गौतम को अडानी पोर्ट्स में 4.59 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उनको अगले साल 23 अक्टूबर तक साधारण उतार-चढ़ाव होने के असार हैं। परन्तु, मंगल के दशा बदलते ही उन्हें अधिक लाभ होगा।
अडानी का मंगल ग्रह स्वयं के घर में है। इस लिए उन्हें फ़ायदा होना स्वाभाविक है। परन्तु, अगले साल 30 अक्टूबर के बाद मंगल के वक्री गति बदलने के साथ ही उनकी सम्पत्ति बढ़ने के कई गुना आसार हैं। 49.45 डिग्री पर गौतम जी का बुध ग्रह उदित अवस्था में है। जिस कारण, अडानी एंटरप्राइजेज बुधवार के दिन 2.76 प्रतिशत की वृद्धि कर ₹1,754.65 पर और अडानी पोर्ट्स 4.59 प्रतिशत की वृद्धि कर ₹762.75 पर बंद हुआ था।
अडानी की कुंडली बताती है कि बस केतु की मार्गी गति को नज़रअन्दाज़ कर दिया जाए तो उनका अग़ल साल बेहद ही संतोषजनक रहने वाला है। क्योंकि, उनकी कुंडली में में केतू स्पष्ट रूप से 286 डिग्री पर साधारण रूप से मार्गी है। केतु की अवस्था साधारण होने के कारण उन्हें नुक़सान नहीं होगा। राहु के शुक्र ग्रह के साथ होने कारण राहु का भी प्रभाव कम रहेगा। गुरुवार को सूची जारी होने के कारण राहु का प्रभाव कम रहा। स्रोतों से प्राप्त उनकी अप्रमाणित कुंडली के विश्लेषण के पश्चात् ऐसा नज़र आया कि उनके नवग्रह फ़िलहाल उन्हें लाभ पहुँचाने के प्रयास कर रहे हैं।