इस योग में व्यक्ति को उसके कर्मों का फल उसकी राशि, नक्षत्र और गुरू की स्थिति के आधार पर मिलता है। यह आपके लिए भी जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर वह कौन सा समय, दिन व शुभ मूहुर्त है जिसमें होलिका दहन के साथ ही ये 5 उपाय करने चाहिए। जिसके करने से व्यक्ति को शनि-राहु-केतु और नजर दोष से मुक्ति मिलती है।
कब है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
होलिका दहन: फाल्गुन, शुक्ल पूर्णिमा दिवस: सोमवार, 9 मार्च 2020
इस दिन संध्याकाल में -- 06 बजकर 22 मिनट से 8 बजकर 49 मिनट तक रहेगा
भद्रा पुंछा –- सुबह 09 बजकर 50 मिनट से 10 बजकर 51 मिनट तक रहेगा
भद्रा मुखा – सुबह 10 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक रहेगा।
होलिका दहन पर करें ये पांच उपायों से मिलेगी शनि-राहु-केतु और नजर जैसे दोषों से मुक्ति
- इस बार होलिका दहन संध्या काल में किया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति होलिका दहन करने में हिस्सा लेता है या फिर उसके दर्शन मात्र भी कर लेता है, तो उस व्यक्ति को इन चारों दोषों से मुक्ति मिल जाएगी।
- इस दिन होली की भस्म का टीका लगाने से नजर दोष तथा भूत-प्रेत की किसी भी बाधा से मुक्ति मिलती है।
- धार्मिक मान्यता है यदि कोई व्यक्ति अपने घर को आंगन में भस्म चांदी की किसी डिब्बी में रखता है तो उसके जीवन में आने वाली सभी बाधाएं स्वत: दूर होने लगती हैं।
- अपने दैनिक कामों में आने वाली समस्या को दूर करने के लिए आटे का चौमुखा दीया सरसों के तेल से भर दें। इसके साथ ही काले तिल के कुछ दाने एक बताशा, सिन्दूर और एक तांबे का सिक्का लेकर होली की अग्नि से तपाएं। तत्पश्चात उसे दीये को किसी चौराहे पर के किसी कोने की तरफ रख दें।
- यदि आप अपनी कोई मुराद पूरी करना चाहते हैं तो जलती होली में 3 गोमती चक्र हाथ में लेकर अपनी इच्छा को 21 बार अपने मन में दोहराएं। फिर तीनों गोमती चक्र को अग्नि में डालकर अग्नि को प्रणाम करें।
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