खास बातें
शास्त्रों में धूप देने के 11 चमत्कारिक फायदे बताए गए हैं। तंत्रसार के अनुसार 16 प्रकार की धूप होती है और इनका उपयोग अलग- अलग समय में किया जात है।
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क्यों देते हैं धूप?
पितरों, देवताओं, दिगपालों और क्षेत्रज्ञों को तथा वास्तु अर्थात हमारे घर के वातावरण को शुद्ध करने के लिए धूप देते हैं।
कैसे देते हैं धूप?
ऊपर बताई गई सामग्री को मिलाकर धूप बनाई जाती है फिर उस सामग्री या धूप को लकड़ी पर या कण्डे पर रखकर जलाया जाता है। सामान्य तौर पर धूप दो तरह से ही दी जाती है। पहला गुग्गुल-कपूर से और दूसरा गुड़-घी मिलाकर जलते कंडे पर उसे रखा जाता है। धूप को सबसे पहले पूजा घर में जलाएं उसके बाद उसे पूरे घर में घुमाएं। उसका धुंआ पूरे घर में फैलाना चाहिए।
धूप देने के 11 चमत्कारिक फायदे
1. दशांग धूप को देने से घर परिवार में शांति बनी रहती है।
2. षोडशांग धूप से घर परिवार में आकस्मिक दुर्घटना नहीं होती है।
3. धूप देने से ग्रह-नक्षत्रों, शनि, राहु दोष आदि का बुरा प्रभाव भी समाप्त हो जाता है।
4. धूप देने से घर का वास्तु दोष भी समाप्त हो जाता है।
5. धूप देने से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा बाहर हो जाती है।
6. धूप से गृह क्लेश और आपसी मतभेद शांत हो जाते हैं।
8. धूप देने से मानसिक और शारीरिक रोग, दर्द और संताप मिट जाते हैं।
9. धूप देने से करियर, नौकरी या व्यापार में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
10. धूप देने से घर परिवार की नज़र, अला बला या किसी के द्वारा किया-कराया भी दूर हो जाता है।
11. धूप देने से पितृ दोष का भी निवारण होता है।
कपूर : घर में रोज सुबह शाम कपूर जलाया जाता है जिससे घर का ऑक्सिजन लेवल बड़ जाता है। कपूर की धूप रोज सुबह-शाम की पूजा या आरती में दी जा सकती है या फिर कपूर में ऊपर से 2 लौंग डालकर भी धूप दे सकते हैं। अगर आपको रात में नींद नहीं आती है तो सोने से पहले पीतल के बर्तन में थोड़े से घी के साथ कपूर जलाएं। इससे तनाव से मुक्ति मिलेगी और अच्छी नींद आएगी।
गुग्गल की धूप : इस धूप का प्रयोग अधिकतर दैवीय पूजा में किया जाता है। इसे देव धूप भी कहते हैं। इसकी धूप आप हफ्ते में एक बार दे सकते हैं। गुग्गल के साथ शुद्ध घी, कपूर, लौंग भी मिला सकते हैं। इस धूप के प्रभाव से आपका सिरदर्द और उससे सम्बंधित रोग दूर होते हैं। मस्तिष्क शांत रहता है। घर में यदि नकारात्मकता है या किसी ने कुछ करा हो तो वह भी दूर होगा और गृह क्लेश भी दूर होगा।
गुड़-घी की धूप : गुड़ और घी मिलाकर उसे कंडे पर जलाएं। चाहे तो इसमें पके चावल भी मिला सकते हैं। इसे अग्निहोत्र सुगंध भी कह सकते हैं। इससे जो सुगंधित वातावरण निर्मित होगा, वह आपके मन और मस्तिष्क के तनाव एवं दर्द को दूर करके शांत कर देगा। गुड़-घी की धूप विशेष दिनों में देने से देव दोष व पितृ दोष का निवारण होता है। घर में किसी भी प्रकार का संकट नहीं आता है।
लोबान की धूप : हिंदू धर्म में लोबान की धूप नहीं दी जाती है। मंदिरों में, यज्ञ में, हवन में या किसी पूजा-पाठ में इसका प्रयोग नहीं किया जाता है। इससे पारलौकिक शक्तियां आकर्षित होती हैं इसलिये इसे घर में नहीं जलाना चाहिए।