नामकरण संस्कार पूजा के लाभ-
- नामकरण संस्कार से आयु एवं तेज में वृद्धि होती है।
- शिशु का भविष्य उज्जवल बनता है।
- जन्म नक्षत्र के अनुसार नाम रखने से शिशु के भविष्य में आने वाली परेशानियां दूर होती हैं।
- इस पूजा से शिशु के लम्बी उम्र का आशीर्वाद मिलता है।
हिन्दू धर्म शास्त्र में कुल 16 संस्कार बताएं गए हैं। नामकरण संस्कार इन संस्कारों में से पांचवा संस्कार है। ये संस्कार शिशु का पहला संस्कार होता है। यही कारण है कि माता-पिता, घर के अन्य सदस्यों व रिश्तेदारों के लिए नामकरण संस्कार का दिन खास होता है। कहते हैं कि नाम का बच्चे के स्वभाव पर विशेेष प्रभाव रहता है।
इसलिए आवश्यक है कि नामकरण संस्कार किसी अच्छे अनुभवी पंडित जी के द्वारा करवाया जाए। इस पूजा में बच्चे की भलाई के लिए हवन किया जाता है। उसके स्वस्थ और खुशहाल जीवन के लिए प्रार्थना की जाती है।
यह पूजा कैसे की जाएगी?
- आपके Myjyotish.com पर इस पूजा को ऑर्डर करने के पश्चात्, हम आपको पूजा के दौरान पालन करने वाले नियमों की सूची भेजेंगें।
- निश्चित तिथि पर वैदिक कर्मकांड और परंपराओं का सख्ती से पालन करने वाले हमारे अनुभवी पंडित आपकी ओर से पूजा संपन्न करेंगे।
- हम आपको एक लिंक भेजेंगें जिसके माध्यम से आप इस पूजा को ऑनलाइन लाइव देख सकते है।
पूजा के पश्चात भेजा जाएगा यह प्रसाद:
- पंचमेवा
- पूजा के दौरान सक्रिय की गयी मौली तथा भभूत (मौली को बच्चे की सीधे हाथ की कलाई पर बांधे तथा ११ दिनों तक स्नान के पश्चात भभूत का टीका बच्चे के मस्तक, कंठ एव नाभि में लगाएं)