रूद्राभिषेक के लाभ-
काशी की नगरी में होगी विशेष पूजा । शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग बहुत ही विशिष्ट महत्व है क्योंकि यही एक मात्र मंदिर है, जहां महादेव वाम रूप में अपनी शक्ति मां भगवती के साथ विराजते हैं। इसलिए महाशिवरात्रि पर इसकी महत्ता और बढ़ जाती है। यह स्थान भगवान शिव और माता पार्वती का आदि स्थान है, इसीलिए आदिलिंग के रूप में अविमुक्तेश्वर को ही प्रथम लिंग माना गया है। इसका उल्लेख महाभारत और उपनिषद में भी किया गया है। कहा जाता है कि इनके दर्शन मात्र से ही व्यक्ति के कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं। मां भगवती और शिव के एक साथ विराजने की वजह से ही काशी को मुक्ति का क्षेत्र माना गया है। कहीं पर भी ऐसा कोई स्थान नहीं है जहां पर शिवशक्ति और तंत्र द्वार एक साथ हो। इसलिए यहां पर पूजन और अभिषेक का विशेष महत्व है।
हमारी सेवाएं-
मंदिर के प्रांगण में पंडित जी द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ रूद्राभिषेक किया जाएगा।
पंडित जी के द्वारा कॉल पर आपको संकल्प करवाया जाएगा। अभिषेक में उपयोग की जाने वाली सारी सामाग्री पंडित जी की तरफ से दी जाएगी।
प्रसाद-
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