नाग पंचमी को नाग अभिषेक का फल
॰ समस्त ग्रह दोषों का निवारण
॰ सुख-शान्ति की प्राप्ति
॰ आर्थिक सम्पन्नता
॰ गृह क्लेशों से छुटकारा
॰ संकटों से मुक्ति
सर्वे नागा: प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वी तले ।
ये च हेलिमरीचिस्था येन्तरे दिवि संस्थिता:।।
सावन की नाग पंचमी तिथि को नाग देवता की पूजा करने से कई मानसिक व शारीरिक कष्टों का निवारण होता है। सर्प शिवजी को सबसे अधिक प्रिय जीव हैं। वे सर्पों को गले के हार और कानों के कुंडल के रूप में प्रयोग करते हैं तथा भक्तों की सर्पों से रक्षा करते हैं। ऐसे में, महादेव के मन को लुभाने वाले सावन के महीने में नाग देव का पूजन नागराज को प्रसन्न करता है। सर्पों के लिए दूध का आहार कर पाना सबसे सरल होता है। इसलिए, नाग पंचमी के दिन नाग देवता का दूध से अभिषेक करना अत्यधिक फल देने वाला होता है।
चौ.- तीरथ वर नैमिष विख्याता।
अति पुनीत साधक सिधि दाता।।
अट्ठासी हजार महान ऋषि-मुनियों की पुण्य तपोस्थली होने के कारण परम पावन तीर्थ नैमिषारण्य में किये गए पुण्य का चार गुना अधिक फल प्राप्त होता है। तीनों लोकों में प्रसिद्ध तीर्थ नैमिषारण्य में दिनांक 02 अगस्त 2022 को अलौकिक नागपंचमी के पावन अवसर पर भगवान भोलेनाथ का दिव्य अभिषेक व नाग देवता का दूध से अभिषेक करवाने वाले के जीवन में सुख-शांति आती है व गृह क्लेशों से छुटकारा मिलता है। शास्त्रों में वर्णन है कि तीर्थ स्थल में पूजन करने मात्र से समस्त ग्रह दोष नष्ट हो जाते हैं।
हमारी पूजा सेवाएँ :-
नाग पंचमी को नाग देवता का दूध से अभिषेक पूरे विधि-विधान से शास्त्री जी द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न कराया जाएगा। पूजन के पहले शास्त्री जी संकल्प कराएंगे।
Aaj Ka vrishchik Rashifal, आज का वृश्चिक राशिफल, 27 सितंबर 2023
अस्वीकरण : myjyotish.com न तो मंदिर प्राधिकरण और उससे जुड़े ट्रस्ट का प्रतिनिधित्व करता है और न ही प्रसाद उत्पादों का निर्माता/विक्रेता है। यह केवल एक ऐसा मंच है, जो आपको कुछ ऐसे व्यक्तियों से जोड़ता है, जो आपकी ओर से पूजा और दान जैसी सेवाएं देंगे।