काल सर्प दोष के लक्षण :
पूजा का फल :
सावन के महीने में किया हुआ हर शुभ पूजन सफल होता है। मान्यतानुसार, शिव जी सावन माह में पृथ्वी पर ही रहते हैं। इस पावन समय में शिवलिंग पर की गई पूजा फलदायी होती है। महादेव को नागों का स्वामी भी कहा जाता है। समस्त सर्प शिव-शम्भू के परम भक्त व आज्ञाकारी होते हैं। ऐसे में, कालसर्प दोष निवारण या किसी भी शुभ फल की इच्छा हेतु की गई शिवलिंग की विशेष पूजा कई गुना अधिक जल्दी व ज़्यादा फल देती है।
नाग पंचमी की तिथि नाग देव को समर्पित तिथि है। इस दिन पूजन करने से समस्त संसार के सर्प शिव जी के आदेश से उनके भक्तों को कभी नुक़सान नहीं पहुँचाते। यदि, नाग पंचमी को शुद्ध तन-मन से चाँदी या ताँबे का नाग व नागिन का जोड़ा मंत्र पढ़ते हुए पूरे विधि-विधान से चढ़ाया जाए, तो शिव जी की कृपा से काल सर्प दोष का निवारण तो होता ही है, साथ ही साथ यह पूजन करने या करवाने वाले के सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। यजमान के सारे रुके हुए काम शीघ्र ही बनने लगते हैं।
Shree Krishna : जानिए क्या हैं 16 कलाएं और क्यों मानते हैं श्रीकृष्ण को पूर्ण अवतार
Janmashtami special:कान्हा की कृपा पाने के लिए जन्माष्टमी पर क्या करें और क्या न करें
Janmashtami Special: ऐसा मंदिर जहां रहस्यमयी तरीके से दुबली हो जाती है भगवान कृष्ण की मूर्ति
Janmashtami 2022: कृष्ण जन्माष्टमी के दिन जरूर करें ये उपाय, मिलेगा संतान प्राप्ति का सुख
अस्वीकरण : myjyotish.com न तो मंदिर प्राधिकरण और उससे जुड़े ट्रस्ट का प्रतिनिधित्व करता है और न ही प्रसाद उत्पादों का निर्माता/विक्रेता है। यह केवल एक ऐसा मंच है, जो आपको कुछ ऐसे व्यक्तियों से जोड़ता है, जो आपकी ओर से पूजा और दान जैसी सेवाएं देंगे।