रुद्राभिषेक का फल :-
शिव संसार के कण - कण में बसें हुए है। उनका आशीर्वाद भक्तों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। शिव को ही इस संसार के अंत से अनादि काल तक सर्वोपरि माना गया है। शिव का यह स्थान आलौकिक है, संसार के निर्माण से लेकर अंत तक ओम्कारेश्वर को कभी कुछ नहीं होगा। यह स्थान अपने आप में शिव की शक्ति एवं अस्तित्व का प्रतिक है।
पूजा से जुड़ी कुछ खास बातें :-
• पूजा के प्रथम दिन पंडित जी के द्वारा वीडियो कॉल पर आपको संकल्प करवाया जाएगा।
• प्रत्येक सोमवार को पुनः संकल्प करवाया जाएगा साथ ही अंतिम दिन पर महामृत्युंजय मंत्रों का जाप एवं हवन भी संपन्न किया जाएगा।
शिव का रुद्राभिषेक बहुत ही फलदायी होता है। रूद्र भगवान शिव का ही प्रचंड रूप कहलाते है। शिव जी की कृपा से ग्रहों द्वारा उत्पन्न की गई समस्त बाधाओं का नाश होता है। शिव जी के आशीर्वाद से व्यक्ति के जीवन में परेशानियों का वास समाप्त हो जाता है। रुद्राभिषेक के समय मंत्रों के उच्चारण के साथ , भगवान शिव पर पंचामृत में युक्त विशेष चीजे अर्पण की जाती है।
हमारी सेवाएं :
हमारे पंडित जी द्वारा एक माह तक मंत्रोच्चारण के साथ रुद्राभिषेक किया जाएगा।
प्रसाद :
Ravi Pradosh Vrat 2024: चैत्र माह का अंतिम रवि प्रदोष व्रत शुभ योग में पूजा देगी शुभ फल
Kamada Ekadashi Vrat 2024 कामदा एकादशी पूजा 2024 के दिन जानें शुभ मुहूर्त एकादशी आरती एवं मंत्र
Anang Trayodashi : जानें कैसे रखें अनंग त्रयोदशी का व्रत और अनंग त्रयोदशी पूजा महत्व
Chaitra Navratri 9th Day: मां सिद्धिदात्री की पूजा मंत्र, कवच और आरती जानें सभी कुछ विस्तार पूर्वक
Ram Navami 2024 : रामनवमी के दिन क्या करें ये एक काम नहीं रहेगी धन की कभी कमी
Mahatara Jayanti : महातारा जयंती पर करें इस एक स्त्रोत का पाठ नहीं सताएगा कोई संकट
अस्वीकरण : myjyotish.com न तो मंदिर प्राधिकरण और उससे जुड़े ट्रस्ट का प्रतिनिधित्व करता है और न ही प्रसाद उत्पादों का निर्माता/विक्रेता है। यह केवल एक ऐसा मंच है, जो आपको कुछ ऐसे व्यक्तियों से जोड़ता है, जो आपकी ओर से पूजा और दान जैसी सेवाएं देंगे।