पूजा के शुभ फल :-
माँ दुर्गा हिन्दुओं की प्रमुख देवी हैं जिन्हें देवी, शक्ति और जग्दम्बा के नाम से भी जाना जाता हैं ।यह शाक्त सम्प्रदाय की वह मुख्य देवी हैं जिनकी तुलना परम ब्रह्म से की जाती है।माँ दुर्गा को आदि शक्ति, प्रधान प्रकृति, गुणवती योगमाया, बुद्धितत्व की जननी तथा विकार रहित बताया गया है। वह अंधकार व अज्ञानता रुपी राक्षसों से रक्षा करने वाली तथा कल्याणकारी देवी हैं।मान्यताओं के अनुसार वे शान्ति, समृद्धि तथा धर्म पर आघात करने वाली राक्षसी शक्तियों का विनाश करने वाली देवी हैं।
देवी दुर्गा के स्वयं कई रूप हैं (सावित्री, लक्ष्मी एव पार्वती से अलग)। मुख्य रूप उनका "गौरी" है, अर्थात शान्तमय, सुन्दर और गोरा रूप। उनका सबसे भयानक रूप "काली" है, अर्थात काला रूप।देवी भगवती की आराधना करने से संसार के सभी दुखों का नाश होता है। देवी स्वयं ढाल बनकर अपने भक्तों की रक्षा करती है। माँ भगवती की पूजा से भक्त के सभी समस्याओं का विनाश हो जाता है। संसार के सभी सुख देवी अपने भक्तों के घर ले आती है। यदि आपके जीवन की विपदाओं का समाधान नही प्राप्त हो पा रहा है तो आपको यह अनुष्ठान अवश्य ही करवाना चाहिए,आशीर्वाद स्वरुप देवी आपके सारे दुःख हर के घर -परिवार में खुशियों के वास का आशीर्वाद प्रदान करेंगी।
हमारी सेवाएं :-
हमारे पंडित जी द्वारा अनुष्ठान से पहले संकल्प के लिए आपको फोन किया जाएगा तथा अनुष्ठान पूर्ण होने के बाद दुबारा आपको सूचित किया जाएगा। पूजा के बाद प्रसाद भी भिजवाया जाएगा।
पूजा का प्रसाद :-
1. लाल कपड़े में लिपटे 5 लघु नारियल (यह नारियल अपनी तिजोरी या जहाँ पर भी आप अपना कीमती सामान रखते है वहाँ रखना है )
2. उर्जित अटूट चावल
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