मान्यता है राहु और केतु के कारण ही कालसर्प दोष निर्मित होता है. जिस भी कुंडली में राहु और केतु विराजमान होते हैं उनके जीवन में बहुत सी परेशानियां आने लगती हैं. उनके हर काम में अनचाही अड़चने आती हैं, साथ ही आर्थिक तौर पर भी वे कंगाल होने लगते हैं.
हालांकि ज्योतिष में राहु-केतु के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं. मान्यता है कि जो भी व्यक्ति इन उपायों को करता है उनको न सिर्फ लाभदायक फल प्राप्त होते हैं, बल्कि उनके जीवन में आने वाली अड़चनें भी दूर हो जाती हैं. ऐसे में आइए जानते हैं राहु-केतु दोष को दूर करने के कुछ सरल उपाय.
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राहु से बचने के लिए करें ये उपाय
- देवों के देव महादेव की आराधना से हर प्रकार के संकट दूर हो जाते हैं. ऐसे में यदि आप राहु के कष्टों से बचना चाहते हैं तो रोजाना भगवान शिव की विधि विधान से पूजा करें.
- ज्योतिष के अनुसार राहु के कष्टों को दूर करने के लिए दान दक्षिणा करना भी शुभ माना जाता है. ऐसे में किसी जरूरतमंद व्यक्ति को शनिवार के दिन कपड़े, भोजन आदि चीजें दान करें. इससे आपके जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होगा.
- माना जाता है मंत्रों के उच्चारण से भी राहु के दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है. रोजाना पूजा करते समय ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः मंत्र का जाप करें. इसके अलावा घर के पूजा स्थल में राहु यंत्र स्थापित करें.
केतु से बचने के लिए करें ये उपाय
- केतु के दुष्प्रभावों से बचने के लिए भी दान-दक्षिणा कारगर माना जाता है. ऐसे में यदि आप केतु के शुभ फल पाना चाहते हैं तो तिल, कपड़े, मूली, काजल आदि चीजों का दान करें.
- ज्योतिष के अनुसार केतु का रंग चितकबरा होता है इसलिए इसका दिन रविवार माना जाता है. केतु से जुड़े उपाय इस दिन करने से जातक को विशेष रूप से लाभ मिलता है. इस दिन की गई पूजा ज्यादा लाभकारी मानी जाती है.
- केतु से जुड़े दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए ‘ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: केतवे नम:’ मंत्र का जप बहुत लाभकारी साबित होगा.