इस बार शारदीय नवरात्रि गुरुवार 7 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 14 अक्टूबर तक चलेगी । नवरात्रों में प्रत्येक दिन मां दुर्गा की पूजा की जाती है तथा पूजा करने से अलग-अलग फल की प्राप्ति भी होती है। शास्त्रों के अनुसार मां भगवती ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश के धूप में सृष्टि का सृजन पालन और संहार करती है। मां भगवती ने भगवान श्री शंकर के कहने पर रक्तबीज, शुभ निशुंभ ,मधु कैटभ आदि दानवों का संहार किया। इन दानवों का संहार करने के लिए मां भगवती अर्थात मां पार्वती ने अनेक रूप धारण किए किंतु नवरात्रों के समय मां भगवती के अर्थात मां दुर्गा के मुख्य नौ सब रूपों की पूजा व अर्चना की जाती है। नवरात्रों में मां के नौ रूपों की पूजा की जाती है मां के नौ रूपों की पूजा करने से हमें बल, बुद्धि ,ऐश्वर्या, सुख, स्वास्थ्य, अभिजीत ,दौलत, निर्भीकता और सम्पनता प्राप्त होती है। मां के इन नौ रूपों की पूजा करके हम अपनी जिंदगी में जितनी तरह की समस्याएं हैं उनका समाधान पा सकते हैं। नवरात्रि के हर एक दिन किस देवी की पूजा करनी है वह पूजा करने से क्या फल प्राप्त होंगे। धर्म ग्रंथों के अनुसार नवरात्रि में हर किसी पर माता के एक विशेष रूप का पूजन किया जाता है और कौन सी देवी की पूजा करें और क्या भोग लगाएं।
नवरात्रि स्पेशल - 7 दिन, 7 शक्तिपीठ में श्रृंगार पूजा : 7 - 13 अक्टूबर