हर साल के अंत में अगले साल की भविष्यवाणी की जाती है. 14 दिसंबर सन 1503 में नास्त्रेदमस का जन्म
फ्रांस में हुआ था. नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणियों में 100 छंदों के अनेक शतकों में की है. यह भविष्यवाणी हर साल के अंत में काफी प्रचलित होती है. इस
भविष्यवाणी में 12 शतकों की संख्या है जिनमें से अंतिम 2 शतक उपलब्ध नहीं है। इन शतकों को सेंचुरी कहा जाता है।नास्त्रेदमस ने वर्ष 2022 से संबंधित अपनी भविष्यवाणी में कहा है कि धरती को बहुत ज्यादा नुकसान होने वाला है इस नुकसान का कारण एस्ट्राइड होगा. समुंदर में बड़ी चट्टान के गिरने के कारण से ऐसी भयानक लहरें उठने वाली है जो धरती को चारों तरफ से घेर लेंगी. समुंदर में जलस्तर ज्यादा बढ़ जाएगा जिसके कारण भारी नुकसान हो सकता है। इसके फलस्वरुप इन सभी भविष्यवाणियों में भारी नुकसान होने की संभावनाएं दिखाई गई है।नास्त्रेदमस की इस काल गणना के अनुसार वर्तमान में हम चंद्रमा की द्वितीय मानचित्र अवधि में चल रहे हैं। जो किशन 18 सो 89 में प्रारंभ हो चुकी है और सन 2243 में समाप्त होनी हैं। नास्त्रेदमस कि इस भविष्यवाणी के अनुसार यह अवधि मनुष्य जाति के लिए रजत युग मानी जा रही है। आपको बता दें कि नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणियों में तकरीबन 499 वर्ष पहले की थी। नास्त्रेदमस की इस किताब में कुल 6338 भविष्यवाणियां मौजूद है।
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