ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह 11 अगस्त दिन बुधवार को कन्या राशि में गोचर अर्थात प्रवेश कर चुका है। इससे पूर्व शुक्र ग्रह सूर्य की राशि सिंह राशि में था परंतु अब वह बुध की राशि कन्या में प्रवेश कर गया है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह को एक शुभ ग्रह के रूप में माना गया है। जिसे तथा तुला राशि का स्वामित्व प्राप्त है। शुक्र ग्रह भोग, विलास, शारीरिक सुख, वैवाहिक सुख, आदि का कारक ग्रह बताया गया बताया जाता है। कला क्षेत्र में अधिकांश लोग कलात्मक रूप से विकास करते हैं जिनका का जिनका शुक्र ग्रह उच्च होता है। इसीलिए शुक्र को कला, प्रेम, सौंदर्य,सांसारिक तथा भौतिक सुखों का कारक भी कहा जाता है। मान्यताओं के अनुसार जिस जातक के शुक्र ग्रह मजबूत होते हैं वैसे जातक बचपन से ही कला में रुचि दिखाते हैं। मीन राशि में शुक्र को उच्च तथा कन्या राशि में शुक्र को नीच माना गया है। शुक्र के इस गोचर कर अवधि में सभी राशियों पर असर पड़ेगा अर्थात सभी राशियो पर शुभ और अशुभ असर देखने को मिलेगा। इस आर्टिकल के जरिए हम उन राशियों को देखेंगे जिन पर पर गोचर होने के विशेष रूप से असर होंगे:-
काल सर्प दोष मुक्ति के उत्तम दिन करें घर बैठे प्रयागराज में पूजन, बुक करें