जब जब संसार में अधर्म बढ़ा है तब तब मानव कल्याण हेतु श्रीहरि में अवतार लिया है। भगवान
विष्णु की भक्ति यदि सच्चे हृदय से की जाए तो वो जल्दी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के हर विघ्न दूर करते हैं। भगवान विष्णु को पृथ्वी का पालक कहा जाता है। श्रीहरि की कृपा जिस पर बरसती है उसके पास यश एवं धन की कभी कमी नही होती है। पुराणों में विष्णु जी का निवास क्षीर सागर माना गया है, शेषनाग की शैय्या को इनका शयनस्थल बताया गया है। लक्ष्मी जी श्रीहरि की पत्नी हैं। प्रभु के निचले बाएं हांथ में कमल, ऊपरी बाएं हांथ में शंख, निचले दाहिने हांथ में मेंगदा, ऊपरी दाहिने हांथ में सुदर्शन चक्र का वास है। बृहस्पतिवार भगवान विष्णु की आराधना का दिन है। इस दिन श्रीहरि की भक्ति से आर्थिक एवं मानसिक समस्या का समाधान होता है। व्यक्ति के जीवन में सुख शांति समृद्धि का वास होता है। भगवान विष्णु की आराधना से
लक्ष्मी माता भी आशीर्वाद देती हैं। इस दिन भगवान विष्णु के साथ शिक्षा के देवी मां सरस्वती की भी पूजा होती है। पुराणों में कथाएं हैं जिसने दिल से प्रभु की भक्ति की है उस पर किसी प्रकार का संकट हावी नही हो पाया है जैसे- हरिभक्त प्रह्लाद। आइये जानते हैं कुछ आसान उपाय जिन्हें करने से श्रीहरि का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
क्यों हो रही हैं आपकी शादी में देरी ? जानें हमारे एक्सपर्ट एस्ट्रोलॉजर्स से बिल्कुल मुफ्त