गणेश जी की पुजा अर्चना अपने आप में अनोखा हैं। भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को सोमवार के दिन मध्याह्न काल में, स्वाति नक्षत्र और सिंह लग्न में भगवान गणपति का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। खासतौर से महाराष्ट्र में इसकी विशेष धूम देखने को मिलता है। क्योंकि महाराष्ट्र को गणपति की जन्म भूमि माना जाता है। इसलिए यहां गणेश जी के जन्मदिवस की खास तैयारी होती है। कम ही लोग ऐसे होंगे जो इस भव्य मंदिर का नाम नहीं सुने होंगे। भगवान गणेश का ये प्रसिद्ध मंदिर दरअसल देश के सबसे व्यस्ततम धार्मिक स्थलों में गिना जाता है। मान्यता हैं कि कोई भी अगर अपनी मुराद लेकर यहां भक्तिभाव से पहुंचता है तो बप्पा उसकी इक्छा पूर्ति करते हैं। यहां गरीब से लेकर देश के बड़े बड़े व्यवसायी और यहां बॉलीवुड स्टार जैसे अमिताभ बच्चन से लेकर सचिन तेंदुलकर तक मत्था टेकने आते हैं। तो यहां भक्तों का आवागमन सालों भर देखने को मिलता रहता है लेकिन गणेश महोत्सव के दौरान यहां भक्तों की भीड़ देखते बनती है। हर साल यहां भारी संख्या में दान या चढावा चढाया जाता है और इसलिए इसकी गिनती भारत के सबसे अमीर मंदिरों में भी होती है। यहां हम आपको महाराष्ट्र के कुछ खास प्रसिद्ध गणपति मंदिर और उनके पौराणिक मान्यताओं के बारे में बताएं हैं। जिसके बारे में आपको जरूर पता होना चाहिए।
इस पितृ पक्ष, 15 दिवसीय शक्ति समय में गया में अर्पित करें नित्य तर्पण, पितरों के आशीर्वाद से बदलेगी किस्मत : 20 सितम्बर - 6 अक्टूबर 2021