जिस दिन आपके पूर्वजों की
श्राद्ध तिथि हो, उस दिन सोना-चांदी, घी-तेल, नमक, फल, मिठाई, गुड़ का दान करना चाहिए. पितृ पक्ष के दौरान कौवों और चीटियों को रोज खाना डालना चाहिए। ध्यान रखें अगर आप अपने पितरों को खुश रखना चाहते हैं तो श्राद्ध में कोई भी शुभ काम न करें क्योंकि ऐसा करने से पितर नाराज हो सकते हैं. 16 दिनों तक चलने वाले पितृ पक्ष को पूर्वजों के प्रति अपने कर्तव्य निभाने और उनके कर्ज चुकाने के दिन कहा जाता है. इस दौरान पूर्वज अपने वंशजों से मिलने पृथ्वी लोक पर आते हैं. अगर इस दौरान आप उनका श्राद्ध ठीक तरीके से नहीं कर सकते तो ये 5 काम अवश्य करें. इन दिनों श्राद्ध पक्ष (Shradh Paksha 2021) चल रहे हैं. भाद्रपद मास की पूर्णिमा से लेकर आश्विन मास की अमावस्या तक चलने वाले श्राद्ध पक्ष को
पितृ पक्ष (Pitru Paksha) भी कहा जाता है. मान्यता है कि पितृ पक्ष में धरती से गमन कर चुके हमारे पूर्वज पितृ लोक से धरती लोक पर अपने वंशजों से मिलने के लिए आते हैं. इस दौरान वंशज पितरों को भोजन और जल के रूप में पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध करते हैं. आमतौर पर श्राद्ध बड़े या छोटे पुत्र द्वारा किया जाता है. मंझले पुत्र और बेटियां आदि श्राद्ध नहीं करते हैं. हालांकि विशेष परिस्थितियों में ये मंझले पुत्र, पुत्री और पत्नी द्वारा भी श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण किया जा सकता है. यदि आपके साथ भी ऐसा कुछ है, या आप किसी कारणवश अपने पूर्वजों की श्राद्ध कर पाने में असमर्थ हैं तो पितृ पक्ष के दौरान 5 काम अवश्य कीजिए. आपके इन कामों से पितरों को संतुष्टि मिलेगी और वे आपसे प्रसन्न होकर पितृ लोक लौट जाएंगे.
सर्वपितृ अमावस्या को गया में अर्पित करें अपने समस्त पितरों को तर्पण, होंगे सभी पूर्वज एक साथ प्रसन्न -6 अक्टूबर 2021