Shiva Mantra Lyrics Benefits Hindi - हिंदी पंचांग के अनुसार 25 जुलाई, 2021 यानी रविवार से श्रावण मास की शुरुआत हो रही है। श्रावण का महीना महादेव को समर्पित होता है। श्रावण महीने से चातुर्मास का आरंभ होता है। चातुर्मास के चार महीने भगवान विष्णु अपनी योग निद्रा के लिए क्षीर सागर में रहते हैं। इस दौरान संसार का संचालन महादेव के हाथों में ही होता है। कहते हैं श्रावण मास में भगवान शिव और माता पार्वती पृथ्वी के चारों ओर भ्रमण करते हैं। इस समय इनकी दृष्टि प्रत्येक व्यक्ति पर होती है। इन्हें प्रसन्न करने के लिए इससे शुभ और कोई समय नहीं हो सकता। महादेव इस समय अपने भक्तों की सच्ची आस्था से काफ़ी प्रसन्न रहते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
भोले बाबा के भक्त पूरे श्रावण मास में शिव जी और माता पार्वती की खूब आराधना करते हैं। लोग मीलों दूर जाकर भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिरों में उनकी पूजा करते हैं। कई लोग सफ़र करके गंगा के पास जाकर गांगजल लेकर आते हैं जिससे की वे भगवान शिव का अभिषेक कर सकें या उन्हें गंगाजल अर्पित कर सकें। व्यक्ति अपनी श्रद्धा और क्षमता के अनुसार शिव जी और माता पार्वती को प्रसन्न करने की भरपूर कोशिश करते हैं। महादेव को प्रसन्न करने के इन्हीं उपायों में से एक है मंत्र जाप। ये मंत्र जाप इसलिए विशेष है क्योंकि ये आपकी राशि के अनुसार निर्धारित किया गया है। सरल भाषा में कहा जाए तो आप अपनी राशि के अनुकूल जब किसी विशिष्ट मंत्र का जाप करते हैं तो इसका प्रभाव और भी अधिक होता है। तो आइए जानते हैं किस राशि वाले व्यक्ति के लिए कौन सा मंत्र सर्वोत्तम है। आप अपने राशि के अनुसार निम्न मंत्रों का जाप करें।
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