शनिदेव को न्याय के देवता कहते हैं। शनिदेव लोगों के जीवन के कर्मों के अनुसार उन्हें फल देते हैं। यद्यपि कोई मनुष्य अपने जीवन में कोई दुष्कर्म कार्य करता है अथवा बुरे कर्म करता है तो उसे शनिदेव दंडित करते हैं। वहीं दूसरी तरफ कोई मनुष्य शुभ कर्म करता है तो शनिदेव उन पर कृपा बनाए रखते हैं। शनिदेव की कृपा से घर में सुख, समृद्धि एवं धन का वैभव प्राप्त होता है।
शनि की दृष्टि किस राशि पर है और आगे किस राशि पर होगी
ज्योतिष गणना के अनुसार 29 अप्रैल 2022 को शनिदेव मकर से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इसके बाद शनिदेव 12 जुलाई 2022 को शनि वक्री अवस्था में फिर से मकर राशि में आ जाएंगे। मकर राशि शनि की अपनी राशि मानी गई है। मकर राशि में शनि देव बीते 24 जनवरी 2020 से आए थे। वर्तमान की बात करें तो 2021 में शनि का कोई राशि पर परिवर्तन नहीं है। वर्तमान में कुंभ, मकर, व धनु राशि पर शनि की साढ़ेसाती की दशा चल रही है। शनि जिस राशि में विराजमान होते हैं, उसके आगे और पीछे की राशि पर भी अपना प्रभाव डालते हैं। वर्तमान में शनि मकर राशि में है तो ऐसे में कुंभ और धनु पर भी शनि की दृष्टि एवं साढ़े साती का असर है।
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