इस साल रक्षाबंधन पर बेहद ही शुभ योग बन रहा है । इस खास दिन धनिष्ठा नक्षत्र और शोभन योग दोनों ही साथ में बन रहे हैं । यह योग भाई - बहन दोनों के लिए बेहद ही शुभ साबित हो रहा है ।
यदि आपका भाई किसी परेशानी सभी इस बात को जानते होंगे कि भगवान शिव के सबसे अत्यंत प्रिय महीने यानी कि सावन मास का अन्त रक्षाबंधन के त्यौहार को मना कर ही खत्म होता है। रक्षाबंधन का त्योहार हिंदू धर्म में सब से बड़े त्योहारों में से एक माना जाता है और ये त्योहार हर साल की सावन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता हैं ।
भारत संस्कृति में रक्षाबंधन का त्योहार भाई और बहन के रिश्ते को मजबूत करने वाला त्योहार माना जाता है । इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उससे अपनी रक्षा का वचन लेती है और बदले में अपने भाइयों से शगुन के लिफाफे या तोफे लेती हैं । वहीं दोनों ही एक - दूसरे से सुख - दुख में साथ निभाने का वादा करते हैं ।
रक्षाबंधन पर्व की शुरुआत होने में बस कुछ ही घंटे और बाकी है , जगह - जगह पर मिठाईयां के स्टॉल लग गए होंगे , बहनों ने भी भाइयों के लिए राखियां खरीद ली होंगी और कुछ बहने अपने भाइयों के घर का सफर तय कर रही होंगी । इस साल भी उतने ही उल्लास से रक्षाबंधन का पर्व बनाया जाएगा लेकिन कोविड -19 के प्रिकॉशंस को ध्यान में रखते हुए ।
परंतु इस साल रक्षाबंधन पर बेहद ही शुभ योग बन रहा है । इस खास दिन धनिष्ठा नक्षत्र और शोभन योग दोनों ही साथ में बन रहे हैं । 22 अगस्त , दिन रविवार की सुबह 10:34 तक शोभन योग है और शाम 7:40 तक धनिष्ठा योग । यह योग भाई - बहन दोनों के लिए बेहद ही शुभ साबित हो रहा है ।
यदि बहन - भाई के रिश्तो के बीच कुछ मतभेद बन रहे हैं तो आप ऐसे शुभ मौके पर आप कुछ उपायों को प्रयोग करके उसके फल का लाभ उठा सकते हैं ।
आइए अब जानते हैं इससे जुड़े उन उपायों के बारे में :-
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