पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूरे विधि-विधान से अनुष्ठान किए जाते हैं। पितृपक्ष में किए गए तर्पण से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है और घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है। शास्त्रों के अनुसार, श्राद्ध के अनुष्ठानों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। पितृ पक्ष शुरू हो चुके हैं और 6 अक्टूबर तक चलेंगे। पितृ पक्ष को हमारे पूर्वजों को समर्पित माना जाता है। मान्यता है कि इन दिनों में पूर्वज धरती पर आते हैं, ऐसे में उनके वंशज तर्पण और श्राद्ध के जरिए सम्मानजनक तरीके से उन्हें भोजन और जल अर्पित करते हैं। इसीलिए पितृपक्ष को पितरों के कर्ज उतारने का समय माना जाता है। मान्यता है कि अपने वंशजों के इस सम्मान से पितर काफी प्रसन्न होते हैं और उन्हें अपना आशीर्वाद देते हैं, जिससे उनका परिवार फलता-फूलता है। लेकिन अगर पितृ नाराज हो जाएं, तो पूरे परिवार पर संकट आ जाता है। इससे मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानियां तो झेलनी ही पड़ती हैं, साथ ही वंश आगे बढ़ने में भी समस्याएं आती हैं। इसलिए आज हम आपको बताएंगे पितृ पक्ष में की जाने वाले कुछ ऐसे कामों के बारे में जो आपके कुल की सभी समस्याओं को दूर कर सकते हैं। इन कामों को करने से पितरों को बहुत शांति मिलती है और वे खुशी खुशी पितृलोक के लिए प्रस्थान करते हैं अगर आप पितृ दोष जैसी समस्या से ग्रसित हैं, तो आपको ये काम जरूर करने चाहिए।
इस पितृ पक्ष गया में कराएं श्राद्ध पूजा, मिलेगी पितृ दोषों से मुक्ति : 20 सितम्बर - 6 अक्टूबर 2021