हमारी आज की पीढ़ी बहुत काबिल और समझदार है और इसे में उन्हें अपने आप से अपना जीवनसाथी चुनने की भी पूरी स्वतंत्रता है। प्रेम विवाह (Love marriage) करना आज की पीढ़ी(generation) को बहुत भाता है और प्रेम विवाह करना सही भी रहता है। सब चाहते हैं, उनकी भविष्य मे शादी उस व्यक्ति से हो जिसे वह अच्छे से जानते हो, जो उन्हें और उनकी हर बात को समझे(understanding nature) , प्रेम विवाह (Love marriage) करने वालों को बहुत समय (Time) मिल जाता है एक दूसरे को समझने का ,एक दूसरे की पसंद (Likes) , नापसंद (Dislike) को अच्छे से जानने का। वे चाहते है उनका लाइफ पार्टनर (life partner) उन्हें प्यार (Love) दे, सम्मान (Respect) दे । लेकिन पहले के जमाने में ऐसा नहीं था। पहले जमाने में माता पिता(parents) ही रिश्ता पक्का कर देते थे , यहां तक कि जीवन साथी की डोर में जो बनाने वाले हैं वे तक एक दूसरे का चेहरा (Face) नहीं देखते थे। लव पार्टनर के प्यार के साथ दोनों परिवारों की रजामंदी हो तब यह शादी सफल (Successful ) होती है। ज्योतिषशास्त्र (Astrology) बताते हैं ऐसी राशियों के बारे में जिनका भाग्य (luck) उनकी लव मैरिज को सफल (successful) बनाने में काफी मददगार है । ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों ( 12 zodiac signs) का अध्ययन किया गया है। राशि के हिसाब से व्यक्ति के गुण, स्वभाव ,भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। ज्योतिषी बताते है, सप्तम स्थान विवाह(marriage) का योग्य होता है । हिंदू धर्म (Hindu Religion) मे दो प्रकार के विवाह होते हैं- ब्रह्मा विवाह, प्रेम विवाह । जब सप्तम का संबंध 3,5,9 ,11,12 भाव के साथ बनता है, तब जातक प्रेम विवाह (Love marriage) करते हैं । कभी कभी प्रेम को अपनी मंजिल नहीं मिल पाती हैं और जल्दबाजी में शादी कर लेते हैं, ये शादी फिर बाद मे टूट जाती है। आईये जानते है तीन राशियों के बारे में जो लव विवाह मे भाग्यवान होती हैं-
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