अधिकांश समय हमारे जीवन में ऐसा होता हैं कि हम अपने भविष्य और भाग्य को लेकर चिंतित रहते है। कब और किस समय हमारे जीवन में क्या बदलाव होते है और बहुत बार हमें इसका कारण नहीं पता होता है। हमारा भाग्य कब कैसी करवट लेगा यह बहुत कारकों पर निर्भर करता है। ग्रह की चाल से हमारा जीवन प्रभावित होता है। अक्सर हम अपने जिंदगी में हो रहे बदलाव का कारण ढूंढ़ने के लिए व्यक्ति अपनी जन्म कुंडली पर ही आश्रित रहतें हैं फिर उससे ही हमें पता लग पाता है कि कुंडली कौन सा ग्रह मजबूत है तथा कौन सा ग्रह की स्तिथि अच्छी नहीं है। यूँ तो कई लोकोक्तियाँ भी है की हमारा भविष्य हमारे हाथ में ही होता है ,यक़ीनन ऐसा है भी। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार हमारी हस्त रेखा हमारे जीवन के विषय में तमाम रहस्य बताने में सक्षम होतीं हैं। हमारी शादी कब होगी , हमारे जीवन में संघर्षो का दौर कब खत्म होगा या फिर व्यक्ति को कार्यक्षेत्र में तरक्की कब हासिल होगीं ,इन सभी का जवाब हम अपने हाथ की लकीरों में तलाशतें हैं। हस्त रेखा के जानकार बतातें हैं कि जीवन के विषय में हर प्रकार की जानकारी व्यक्ति के हाथों की रेखाएं बयां कर देतीं हैं। हस्तरेखा ज्योतिषशास्त्र से न सिर्फ किसी व्यक्ति के भाग्योदय के विषय में और धनवान होने के बारे में पता चलता है, बल्कि संतान सुख के बारे में पता किया जा सकता है।
शास्त्रों में कहा गया है कि सबसे बड़ा सुख संतान होता है और पति-पत्नी को संतान प्राप्त करने की इच्छा शादी होने के बाद होने लगती है। जीवन में अगर संतान की प्राप्ति ना हो तो ,जीवन अधूरा लगने लग जाता हैं। वहीँ अगर व्यक्ति के जीवन में बच्चे का आगमन हो जाता हैं तो जीवन का रंग रूप ही बदल जाता हैं ,परिवार में खुशहाली छा जातीं हैं। दम्पंती का जीवन उनके बच्चे के इर्द गिर्द ही घूमता हैं फिर। बच्चे के जन्म होने के बाद माता-पिता दोनों ही बड़े प्यार से उसका पालन-पोषण करते हैं। किसी भी दंपत्ति के जीवन में संतान सुख प्राप्त होगा या नहीं, अगर होगा तो कितनी संतानें होंगी इस सब बातों का पता हथेली पर मौजूद रेखाओं और आकृतिओं से आसानी लगाया जा सकता है। आइए जानते हैं कि हस्त रेखा के माध्यम से कैसे पता करें कि हमारी हथेली पर कहां-कहां संतान की रेखाएं बनी हुई होतीं हैं :
कैसा होगा आपका भविष्य, पूछिए टैरो कार्ड रीडर से