इन नियमों का रखें ध्यान, भूलकर भी न करें ये काम
. हिन्दू धर्म के अनुसार इसे महापर्व के रूप में मनाया जाता है। लोग घर में माता की चौकी रखते हैं, कलश की स्थापना करते हैं। इसके लिए जीवन में सात्विकता बनाये रखना चाहिए। इन नौ दिनों में सादा भोजन ही करना चाहिए, प्याज, लहसुन नही खाना चाहिए। मांस-मदिरा से दूर रहना चाहिए। किसी प्रकार के नशीले पदार्थों का सेवन नही करना चाहिए।
. कुछ लोग पहले और आखिरी दिन व्रत करते हैं तो कुछ लोग पूरे नौ दिन व्रत करते हैं। आप दो दिन व्रत करें या नौ दिन लेकिन जब भी करें इस बात का ध्यान रखें कि किसी भी रूप में अन्न न ग्रहण करें, फलाहार व्रत रखें फलों का सेवन करें।
. इस समयावधि में बाल, नाखून, दाढ़ी नही काटने चाहिए। यदि अभी तक आपने ये काम नही किये हैं तो इस समय भी न ही करें। नवरात्रि के शुभ पर्व में बच्चों का मुंडन कराया जाता है इससे माता की कृपा होती है एवं बच्चों को आशीर्वाद प्राप्त होता है।
. इस पर्व में यदि नौ दिन का व्रत करें या चौकी को सजाएं तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि दिन के समय सोना नही चाहिए और रात में भी पलंग पर न सोकर जमीन पर सोना चाहिए।
. यदि अखण्ड ज्योति जलाई गई है तो हमेशा उसके समीप रहना चाहिए यदि आप न हो तो किसी को उसकी जिम्मेदारी दें। घर को खाली न छोड़कर जाएं कोशिश करें कि आप हर समय अपने मंदिर के समीप रहें।
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नवरात्रि के दिन पवित्रता के दिन हैं। इन दिनों में शारीरिक सुख के साथ मानसिक सुख के लिए भी प्रयास करने चाहिए। किसी भी प्रकार का लड़ाई झगड़े नही करने चाहिए, हिंसक प्रवृत्ति नही रखनी चाहिए। यदि विवाद की कोई स्थिति बन रही है तो उससे बचना चाहिए। किसी भी प्रकार के अपशब्दों का प्रयोग नही करना चाहिए। मन में माता के विचारों का वास करना चाहिए किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचारों से बचना चाहिए। इन पवित्र दिनों में संभोग नही करना चाहिए, ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
इस नवरात्रि, सर्व सुख समृद्धि के लिए कामाख्या देवी शक्ति पीठ में करवाएं दुर्गा सप्तशती का विशेष पाठ : 7 - 13 अक्टूबर 2021 - Durga Saptashati Path Online