इन दिनों देश भक्ति मैय में सराबोर हैं। 9 दिनों तक चलने वाले इस त्योहार में भक्त
मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं। नवरात्रि के इस पावन पर्व पर इस बार तीसरे दिन तृतीया और चतुर्थी तिथि दोनों एक साथ पड़ रही हैं, जिस वजह से नवरात्रि का पर्व 8 दिनों का ही होगा। तृतीय
नवरात्रि पर मां चंद्रघंटा की और चतुर्थ नवरात्रि पर मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है। मां कुष्मांडा को मालपुआ का भोग लगाया जाता है। इस दिन माता के भक्त नारंगी वस्त्र पहनकर देवी कुष्मांडा की पूजा करते हैं. इस दिन मालपुआ से बना प्रसाद किसी ब्राह्मण को दान करने से बुद्धि का विकास होता है। इस साल मां चंद्रघंटा और मां कूष्मांडा की पूजा एक ही दिन की जाएगी। नवरात्रि के तीसरे दिन मां को प्रसन्न करने के लिए विधि- विधान से मां चंद्रघंटा और मां कूष्मांडा की पूजा- अर्चना करें और मां को भोग लगाकर मां की आरती जरूर करें। मां की आरती करने से मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह वहीं समय होता हैं। जब मां दुर्गा अपनी कृपा अपने भक्तों पर बरसाती हैं। आज इन लेख के जरिए आपको बाताएंगे की इस बार दो पुजा वाले दिन आपको किन किन बातों को ध्यान में रखना होगा।
इस नवरात्रि, सर्व सुख समृद्धि के लिए कामाख्या देवी शक्ति पीठ में करवाएं दुर्गा सप्तशती का विशेष पाठ : 7 - 13 अक्टूबर 2021 - Durga Saptashati Path Online