अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से
नवरात्रि की शुरुआत होती है । 6 अक्टूबर को
पितृपक्ष का समापन होगा और अगले ही दिन 7 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू हो जाएगी।
अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवरात्रि की शुरुआत होती है. नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्रि का समापन 15 अक्टूबर को विजय दशमी के दिन होगा। सालभर में होने वाली 4 नवरात्रियों में से अश्विन मास के नवरात्रि सबसे खास होती है । इन नौ दिन में मां दूर्गा की अराधना व अर्चना की जाती है । नवरात्रि के नौ दिन तक मां के अलग-अलग रूपों को पूजा जाता है। मां का आशीर्वाद व कृपा पाने के लिए मां के भक्त नौ दिन तक व्रत रखते हैं और उनकी उपासना व भक्ति करते हैं । लेकिन इसी दौरान कुछ नियमों का पालन करना भी जरूरी होता है, अगर इन नियमों को नजरअंदाज किया जाए या कुछ गलती की जाए , तो देवी रूठ जाती हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ नियमों के बारे में:-
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