बुध देव बुद्धि और तेज़ के स्वामी माने जाते हैं। यह ग्रह जीन राशि के जातकों मैं प्रबल होता है वह कार्यकुशलता , निपूणतः, भाषा , विज्ञान के श्रेष्ठा धनि होते है। बुध देव अभी वृक्ष राशि मैं हैं किन्तु जल्दी ही यानी 7 जुलाई से बुध अपनी स्वराशि मैं प्रवेश करने जा रहे हैं। हर ग्रह की एक स्वराशि होती है जैसे सूर्य ग्रह की सिंह राशि चंद्र ग्रह की कर्क राशि तथा हर ग्रह अपनी अपनी स्वराशि मैं बहुत प्रबल व् मजबूत होता है। ज्योतिष विद्या के अनुसार कहा जाता है की यदि कोई ग्रह अपनी स्वराशि मैं गोचर कर रहा है तो वह जातकों के लिए बहुत शुभ घडी लेकर आता है। विफल कार्य सफल होने की ओर अग्रसर हो जाते हैं , रुके हुए कार्य बनने लगते है तथा मान प्रतिष्ठा मैं भी उत्त्रींता मिलती है। बुध की स्वराशि मिथुन है तथा यह 7 जुलाई से वृक्ष राशि से मिथुन राशि मैं गोचर करेंगे। इस राशि मैं यह 25 जुलाई तक अपने जातकों को लाभ की अनुभूति करवा कर चन्द्रमाँ की स्वराशि कर्क मैं 25 जुलाई से प्रवेश करेंगे। हर ग्रह राशिओं से गोचर करते समय कई अन्य राशिओं को प्रभावित करता है तथा लाभ या हानि दोनों प्रकार की स्थिति प्रादान करता है। यहाँ हम बुध ग्रह के गोचर करने के उपरान्त होने वालो लाभों की व्याख्या करेंगे। बुध के मिथुन मैं प्रवेश करने से 4 राशियां लाभांवित होंगी जिनमे से मिथुन , तुला, धनु और वृशिचक के भाग्य बदल सकते है। तो आईये जानते है बुध के गोचर करने के परिणामस्वरूप आपका भाग्य ।
इस सावन बढ़ेगी आयु मिलेगी रोगों से मुक्ति, घर से ही करें कालों के काल महाकाल को प्रसन्न