गोचर का अर्थ होता है गमन यानी चलना। गो अर्थात तारा जिसे आप नक्षत्र या ग्रह के रूप में समझ सकते हैं और चर का मतलब होता है चलना। तथा इन ग्रहों के एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने का कई राशियों पर इसका प्रभाव पड़ता है तथा जो व्यक्ति के जीवन से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में शुभ अशुभ प्रभाव डालते है। और सितंबर माह में शुक्र और मंगल ग्रह 6 सितंबर को अपनी-अपनी राशि से गोचर कर दूसरी राशि में प्रवेश करेंगे। इस दौरान शुक्र अपनी स्वराशि तुला में प्रवेश करेगा और वही मंगल बुध की राशि कन्या में प्रवेश करेगा। और मंगल ग्रह कन्या राशि में 22 अक्टूबर 2021 तक रहेंगे और शुक्र ग्रह तुला राशि में 2 अक्टूबर 2022 तक उपस्थित रहेंगे। इन दोनों ग्रहों के राशि परिवर्तन से प्रत्येक राशि पर कोई न कोई शुभ व अशुभ प्रभाव अवश्य पड़ेगा। लेकिन मेष राशि, वृश्चिक राशि और धनु राशि के जातकों पर इस राशि परिवर्तन का शुभ प्रभाव पड़ने की संभावना है। यह गोचर इन राशि जातकों के लिए कार्य में लाभ और आर्थिक रूप से बेहतर होने के अवसर लेकर आया है। तो आइये जानते हैं वो कौन सी रशियन हैं जिनके लिए मगल का शुक्र में गोचर होगा अति लाभदायक
आपके स्वभाव से लेकर भविष्य तक का हाल बताएगी आपकी जन्म कुंडली, देखिए यहाँ
•