कुछ लोगों की सुख सुविधाएं देख लोग कहते हैं इसकी तो कुंडली में राजयोग है। ये तो सोने का चम्मच लेकर पैदा हुआ है। कुछ लोगों की कुंडली में ऐसे राजयोग होते हैं जिससे उनका जीवन ठाठ, आराम और शान से व्यतीत होता है। लोग उनसे प्रभावित होते जाते हैं उनका व्यक्तित्व इतना प्रभावी होता है। ज्योतिष विज्ञान में 32 राजयोग होते हैं ये सभी एक साथ किसी कुंडली में नही होते हैं अगर ऐसा हो जाये तो वह जातक चक्रवर्ती विश्वविजयी राजा होता है। वहीं कुछ ज्योतिषों द्वारा राजयोग का अर्थ ये बताया गया है कि जब व्यक्ति पूर्ण रूप से संतुष्ट या आनंदित होता है उसे किसी प्रकार की असंतुष्टि नही होती है वो भी राजयोग होता है। महात्मा बुद्ध की कुंडली में राजयोग था पर वो दूसरी तरह से उनको प्राप्त हुआ। इसका अर्थ ये भी है कि ये लोग जहां कदम रखते हैं सफलता इनके कदम चूमती है। इनका एक मनमोहक व्यक्तित्व होता है। मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र एवं शनि पंच महापुरुष योग बनाते हैं। जो बहुत शुभ माने जाते हैं जिसमे मंगल रूचक योग, बुध भद्र योग, बृहस्पति हंस योग, शुक्र मालव्य योग, शनि शश योग बनाते हैं। इन पांच योगों को ही पंच महापुरुष योग कहते है।
पाएं शनि दोष से मुक्ति, शनि त्रयोदशी पर कराएं कोकिलावन शनि धाम में पूजन