ज्योतिष शब्द का यौगिक अर्थ ग्रह तथा नक्षत्रों से संबंध रखनेवाली विद्या है। इस विद्या से मनुष्य तथा पृथ्वी पर, ग्रहों और तारों के शुभ तथा अशुभ प्रभावों का अध्ययन किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र ग्रह-नक्षत्रों की चाल इत्यादि का अध्ययन कर के भविष्य की जानकारी देता है। इस वर्ष ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार साल का सातवाँ महीना यानी की जुलाई ज्योतिषशास्त्र के नज़रिए से काफ़ी महत्वपूर्ण है। इस वर्ष जुलाई में चार बड़े ग्रहों का राशि परिवर्तन होने वाला है।
महीने के शुरू से अंत तक चार ग्रह अपनी राशि परिवर्तित करेंगे। ग्रहों के राशि परिवर्तन से राशि के जातकों पर इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। जुलाई के शुरुआत में ग्रहों के राजकुमार कहे जाने वाले बुध अपनी राशि परिवर्तित करेंगे। इस महीने में बुध का दो बार राशि परिवर्तन होगा। जुलाई की शुरुआत में 7 तारीख़ को बुध मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे और जुलाई की ही 25 तारीख़ को बुध कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। राजकुमार के बाद ग्रहों के राजा सूर्यदेव का राशि परिवर्तन होगा। 16 जुलाई को सूर्य चंद्रमा की राशि कर्क में प्रवेश करेंगे। सूर्यदेव कर्क राशि में एक महीने तक विराजमान रहेंगे। वही वैभव और ऐश्वर्य के कारक शुक्र ग्रह का 17 जुलाई को सिंह राशि में गोचर होगा। महीने में अंतिम ग्रह परिवर्तन ऊर्जा के कारक मंगल ग्रह का होगा। मंगल 20 जुलाई को सिंह राशि में प्रवेश करेंगे।
इन सभी ग्रहों के राशि परिवर्तन से जातकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा आइए जानते हैं-
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