हर साल हज़ारों-लाखों की संख्या में कांवड़ ले कर भक्त अपने भोलेनाथ को जल चढ़ाने जाते हैं। पिछले डेढ़ साल से अधिक वक्त से फैली कोरोना महामारी की वजह से पिछले साल कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया गया था। इस साल भी काँवर यात्रा के निकलने पर संदेह की स्थिति बरकरार है। इसी बीच उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने बातचीत कर कांवड़ यात्रा को मंज़ूरी दे दी है।
उत्तराखंड में इस साल कांवड़ यात्रा होगी इस की इजाजत सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने दी है। एक अहम बैठक के बाद कांवड़ यात्रा को ले कर यह फैसला लिया गया। सीएम योगी और सीएम धामी के बीच हुई बातचीत के बाद सीएम धामी ने कांवड़ यात्रा को हरी झंडी दिखा दी। अब यूपी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री कांवड़ यात्रा के संचालन को लेकर केंद्र को प्रस्ताव भेजेंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने 25 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को सही ढंग से पूरा करवाने के लिए अफसरों को ज़रूरी निर्देश दिए हैं। साथ ही सीएम योगी ने इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया जाए इस बात का ख्याल रखने को कहा है।
सीएम योगी ने अफसरों को निर्देश दिया कि 25 जुलाई से शुरू होने वाली परंपरागत कांवड़ यात्रा को सुचारु रूप से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पूरा करने के लिए पड़ोसी राज्य बिहार और उत्तराखंड से संबंध स्थापित करें। बता दें, हज़ारों-हज़ार की संख्या में शिव भक्तों की टोली उत्तराखंड और बिहार इत्यादि राज्यों में जलाभिषेक के लिए जाती है। कोविड काल के मद्देनज़र संबंधित राज्यों से संवाद कर यात्रा के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाने के निर्देश अफ़सरों को दिए गये हैं।
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