हिंदू पंचांग के अनुसार पूर्णिमा तिथि से तारीख बदलती है। 19 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा थी, जिसके बाद 21 अक्टूबर से कार्तिक मास आरंभ हो गया है। यह कार्तिक मास 21अक्टूबर से लेकर 19 नवंबर तक रहेगा । पुराणों में कार्तिक मास का विशेष महत्व बताया गया है। शास्त्रों के अनुसार, कार्तिक मास के समान कोई मास नहीं है, न सतयुग के समान कोई युग, न वेद के साथ समान कोई शास्त्र और गंगा के समान कोई तीर्थ नहीं है। कार्तिक मास मंगलकारी और श्रेष्ठकारी होता है। मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास में कुछ नियमों का पालन कर भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न कर आप उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं। कार्तिक मास में ब्रह्म मुहूर्त में स्नान, दीपदान, तुलसी पूजन और दान करना चाहिए। 22 अक्टूबर,2021 से
कार्तिक मास शुरू हो चुका है। कार्तिक मास 19 नवंबर,2021 तक रहने वाला है।इस मास में स्नान, दान, दीपदान, विष्णु पूजा और
लक्ष्मी पूजन का विशेष मह्त्व होता है। दीवाली का पर्व भी इसी मास में मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस बार कार्तिक मास अलग अलग राशियों के लिए कैसा रहने वाला है।
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