सामुद्रिक शास्त्र मुख, मुखमण्डल और सम्पूर्ण शरीर के अध्ययन की विद्या है। भारत में यह विद्या वैदिक काल से ही प्रचलित है। इस विद्या के अनुसार मनुष्य के शारीरिक बनावट और शरीर पर बने अन्य निशान से उनके भाग्य और उस मनुष्य के बारे में जानकारी दी जाता है। हर किसी की शारीरिक बनावट एकदूसरे से भिन्न होती है। शरीर पर कई तरह के निशान जैसे तिल, मस्सा, लहसन इत्यादि भी होते है। शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर बने निशान, तिल इत्यादि का अलग महत्व और अर्थ होता है। कुछ को शुभ माना जाता है वहीं कुछ को अशुभ की श्रेणी में रखा जाता है।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार शरीर के कुछ हिस्से में बने निशान या तिल या अंग की बनावट मनुष्य को बहुत भाग्यशाली बनाते हैं वहीं कुछ निशान जीवन में आने वाली समस्याओं की ओर इशारा करते हैं। लड़कियों के शरीर पर होने वाले कुछ चिन्ह और तिल जिन्हें भाग्य का प्रतीक माना जाता है उसके बारे में सामुद्रिक शास्त्र में बताया गया है। घर की लक्ष्मी कही जाने लड़कियों के शरीर की कुछ प्रकार की संरचना या किसी विशिष्ट स्थान पर तिल उनके परिवार के लिए सौभाग्य लाता है। लड़कियों के शरीर की बनावट और तिल या निशान उनके भाग्य के बारे में क्या कहता है आइए जानते हैं।
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